Essay on the topic "Vyayam ke Labh" in 150 words . In hindi.
Answers
जिस प्रकार मानव जीवन के लिए वायु, जल तथा भोजन की आवश्यकता है इसी प्रकार व्यायाम भी मानव जीवन के लिए आवश्यक है । इसकी कमी से मनुष्य का जीवन दुर्बल और अनेक रोगों का घर बन जाता है ।
व्यायाम से शारीरिक शक्ति बढ़ती है, स्वास्थ्य ठीक रहता है । मनुष्य धन कमा सकता है परन्तु उस धन से स्वास्थ्य नहीं प्राप्त कर सकता । व्यायाम करने से शरीर हल्का और फुर्तीला बन जाता है । उत्साह में वृद्धि होती है और पाचन शक्ति तेज होती है । पटठे और हड्डियां दृढ़ हो जाती हैं । मस्तिष्क का विकास होता है क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है ।
व्यायाम अनेक प्रकार से किया जाता है । दण्ड पेलना, मुग्दर, कुश्ती खेलना, कबड्डी, सैर करना आदि अनेक प्रकार के व्यायाम हैं, परन्तु जो व्यायाम धीरे-धीरे हो वह उत्तम है । नियम से प्रतिदिन व्यायाम करना लाभदायक होता है । व्यायाम अपनी शक्ति से बढ़कर कभी नहीं करना चाहिए । थकावट अनुभव होने पर व्यायाम छोड़ देना चाहिए ।
जैसे जैसे शक्ति का संचार अधिक हो, वैसे वैसे व्यायाम की मात्रा बढ़ाई जा सकती है । शक्ति से बढ़कर व्यायाम करना हानिकारक सिद्ध होता है । शीतकाल तथा बसंत ऋतू व्यायाम के लिए बहुत अच्छी है । गर्मी तथा वर्षा के मौसम में कम व्यायाम करना चाहिए । स्वास्थ्य बहुमूल्य धन है जिसने पा लिया उसने सब कुछ पा लिया । अतः सभी को प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए ।
Answer:
हमने बहुत बार सुना है कि पहला सुख है निरोगी शरीर। इसी की वजह से हम अन्य सभी सुखों का आनंद उठा सकते हैं। अपनी पढ़ाई पर ध्यान भी हम तभी दे सकते हैं जब हमारा शरीर स्वस्थ हो। व्यायाम शरीर को चुस्त और फुर्तीला रखने का उत्तम मार्ग है|
प्रात:काल की सैर, तैराकी, योगाभ्यास, खेल जैसे क्रिकेट, बेडमिंटन, कबड्डी इत्यादि यह सभी व्यायाम के साधन हैं। अपनी रुचि और इच्छा के अनुसार हम किसी भी व्यायाम का चयन कर सकते हैं। आवश्यक यह है कि व्यायाम नियमित रूप से किया जाए। जोश में एक दिन क्षमता से अधिक कर हम थक गए इसलिए चार दिन तक शरीर हिला न पाएँ, ऐसा नहीं होना चाहिए।
व्यायाम शरीर को सुडौल बनाकर, रक्त संचार बढ़ाता है। हमारे अंग स्फूर्ति और ताकत से परिपूर्ण हो जाते हैं। स्वस्थ शरीरवाला व्यक्ति सदा प्रसन्नचित्त भी रहता है।
कोई भी व्यायाम आरंभ करने से पहले कुछ सावधानियों का पालन करना आवश्यक है। व्यायाम करते समय यदि शरीर के किसी अंग में तनाव महसूस हो तो तुरंत किसी चिकित्सक को दिखाना चाहिए। किसी कुशल व्यक्ति के निर्देशन में ही व्यायाम करना चाहिए।