Hindi, asked by akruteepoy9yco, 1 year ago

essay on these 2 topics and in hindi.. plz

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Answered by shadow702
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akruteepoy9yco: ????????
akruteepoy9yco: what is this??
Answered by syedubada1
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i did not no this questions

17122006: संस्कृत की प्रसिद्ध सूक्तिहै ‘सर्वे गुणा: कांचनम् आश्रयंति’ अर्थात सभी गुण कंचन/ पैसे में बसते हैं। दूसरे शब्दों में जिस व्यक्ति के पास धन होता है, वही ‘कुलीन’ कहलाता है, सब उसकी बात सुनते हैं, वही विद्वान और सर्वगुण संपन्न माना जाता है,धन से उसके सारे काम चुटकियों में हो जाते हैं आदि।
17122006: इतना ही नहीं, धन से उसके सारे ऐब भी छिप जाते हैं। पर धन की अत्यधिक लालसा उसे बरबाद भी कर देती है जैसा इन दिनों देखने-सुनने को मिल भी रहा है। कबीर बहुत पहले हमें समझा गए थे, ‘सार्इं इतना दीजिए जामे कुटुंब समाय, मैं भी भूखा ना रहूं साधु न भूखा जाय।’ पर संतवाणी को सुनता कौन है, उस पर चलता कौन है!
17122006: प्रसिद्ध सूक्तियों और संतों की वाणी से चुने हुए नीतिपरक अमृत-वचनों के आधार पर यदि एक सुंदर और उपयोगी आचार-संहिता तैयार की जाए और शपथ लेने के तुरंत बाद हमारे मंत्रियों, जिम्मेदार ओहदेदारों आदि में संविधान की एक प्रति के साथ बांट दी जाए तो बहुत संभव है कि हमारे शासन-तंत्र का कायाकल्प हो जाए!
17122006: These are for question 5
17122006: Might help
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