Essay on vriksha hamare sathi in hindi for class 10
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निबंध - वृक्ष हमारे मित्र
Author: Jaiswal601 | 10:11:00 | No comment
किसी कवि ने लकड़ी की अहमियत बताते हुए लिखा है- "जीते लकड़ी, मरते लकड़ी, खेल तमाशा लकड़ी का|" कहने का भाव यह है कि मनुष्य को जन्म से लेकर मरण तक लकड़ी की जरुरत पड़ती है और यह लकड़ी हमें मिलती है वृक्षों से| दूसरे शब्दों में यह कह सकते हैं कि वृक्ष मानव का आजीवन तो साथ निभाते ही हैं, मरने पर भी उसके अंतिम संस्कार में काम आते हैं|
हमारे जीवन में वृक्षों का महत्त्व केवल लकड़ी के कारण ही नहीं है, वृक्षों से हमें और भी बहुत कुछ मिलता है| इस लाभ को दो भागों में बांटा जा सकता है-
१. वृक्षों या वनों के प्रत्यक्ष लाभ और २. वृक्षों के अप्रत्यक्ष लाभ|
१.प्रत्यक्ष लाभ में वे लाभ शामिल हैं जो हमें सीधे तौर पर प्राप्त होते हैं| जैसे लकड़ी, भोजन, छाया, औषधियां आदि|
२. अप्रत्यक्ष लाभ के रूप में वृक्ष कार्बन डाइऑक्साइड वातावरण से सोख कर ओक्सीजन प्रदान करते हैं, भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाते हैं, प्रदूषण नियंत्रण में मदद करते हैं, वर्षा लाने में सहायता करते हैं और खाद्य प्रोटीन उपलब्ध करवाते हैं|
वृक्ष किस-किस रूप में हमारे मित्र हैं अब इसकी विस्तार से चर्चा करेंगे-
लकड़ी प्रदाता के रूप में-
वृक्षों से हमें जलावन और इमारती लकड़ी मिलती है, सभी प्रकार का फर्नीचर भी लकड़ी से ही बनाया जाता है| यहाँ तक कि छोटी नाव और कश्मीर में हाउस बोट भी लकड़ी से ही बनाये जाते हैं| दैनिक जीवन में वृक्षों की लकड़ी का बहुत अधिक महत्त्व है और यह हमें अपने वृक्ष मित्रों से ही प्राप्त होती है|
फूल और फल प्रदाता के रूप में-
वृक्षों से हमें अनेक प्रकार के फल और फूल प्राप्त होते हैं| फलों से जहाँ हमारी विटामिन और प्रोटीन आदि जरूरतें पूरी होती हैं और यह हमारी खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करते हैं| वहीँ फूलों का भी हमारे दैनिक जीवन में बहुत महत्त्व है और ये हमें मिलते हैं वृक्ष मित्रों से|
प्रदूषण नियंत्रक के रूप में-
वृक्षों को सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक प्रदूषण नियंत्रक कहा जाता है| क्योंकि ये वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके प्राण वायु कहलाने वाली ओक्सीजन को वातावरण में छोड़ते हैं| जिससे हमारा पर्यावरण संतुलित रहता है| वृक्ष रेगिस्तान का विस्तार भी रोकते हैं| इस प्रकार वे हमारे अच्छे मित्र की भूमिका निभाते हैं|
औषधी प्रदाता के रूप में-
वृक्षों और वनस्पतियों से ही हमें अधिकांश औषधियां प्राप्त होती हैं| कितने ही वृक्षों के फल, फूल, पते, जड़, छाल आदि औषधियों के रूप में प्रयोग होते हैं और मानव जीवन को सुखमय और दीर्घ बनाने में अपना योगदान देते हैं| इस प्रकार वृक्ष हमारे सच्चे मित्र हैं|
भोजन और आश्रय प्रदाता के रूप में-
वृक्षों से न केवल मानव को ही भोजन मिलता है, बल्कि अन्य शाकाहारी जीव-जंतुओं को भी भोजन मिलता है| वृक्षों से बड़ी मात्र में खाद्य प्रोटीन प्राप्त होता है| इसके अलावा वृक्ष मनुष्यों और जीवों को अपनी छाया और शाखाओं पर आश्रय भी प्रदान करते हैं| किसान दिन में पेड़ों की छाया में आश्रय पाते हैं और रात के समय पेड़ों पर बने मचान में रहकर अपनी फसलों की सुरक्षा करते हैं|
भू-संरक्षक के रूप में-
वृक्ष भू-कटाव और मृदा-अपरदन को रोकने में बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं| वृक्षों के कारन बाढ़ पर भी नियंत्रण रहता है और ये तेज हवाओं को नियंत्रित करके रेगिस्तान के फैलाव को भी रोकते हैं|
खाद प्रदाता के रूप में-
वृक्ष भूमि की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ाते हैं| वृक्षों के पते जहाँ खाद का काम करते हैं, वहीँ वृक्षों के जड़ें पानी को सोखकर रखती हैं और आवश्यकता के समय फसल को उपलब्ध करवाती हैं|
कागज़ प्रदाता के रूप में-
पेड़ों से मिलने वाली लकड़ी की सर्वाधिक खपत कागज़ और लुगदी उद्योग में होती है, यानी कागज़, जिसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती वह भी हमें वृक्ष मित्रों की बदोलत ही मिलता है|
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