essay on yadi me doctor hota in hindi
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आज के इस लेख में हम यदि मैं डॉक्टर होता पर निबंध (Essay On If I Am A Doctor In Hindi) लिखेंगे। यदि मैं डॉक्टर होता इस विषय पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।
यदि मैं डॉक्टर होता विषय पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On If I Am A Doctor In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।
ईश्वर तो मनुष्य को जन्म देता है, लेकिन जैसे ही मनुष्य को कोई भी शारीरिक समस्याएँ होती है तो डॉक्टर उसे ठीक करने में उनकी सहायता करता है। दुनिया में कई तरह का पेशा है, जैसे शिक्षक, इंजीनियर, वकील इत्यादि।
सभी पेशेवरों की अपनी जिम्मेदारियां होती है। डॉक्टर की जिम्मेदारी है, लोगो के ज़िन्दगी को बचाना, उनकी शारीरिक, मानसिक परेशानियों को दूर करना और व्यवस्थित रूप से मरीज़ो का इलाज़ करना।
कहा जाता है डॉक्टर भगवान् का दूसरा रूप है। डॉक्टर के कंधो पर मनुष्य के सेहत की रक्षा करने का दायित्व होता है। डॉक्टर बनने के लिए व्यक्ति को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए रात -दिन पढ़ाई और हर पहलू पर इंटर्नशिप करने की ज़रूरत होती है|
इससे डॉक्टर मरीज़ो का सही दिशा में इलाज़ कर पाता है। डॉक्टर जन सेवा है और जो भी व्यक्ति डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई करता है, उसे जान सेवा की शपथ लेना पड़ता है| हर डॉक्टर को यह शपथ लेना पड़ता है कि वह आजीवन जन सेवा करेगा।
यही डॉक्टरों का परम कर्त्तव्य है, लेकिन आजकल कुछ अस्पतालों में डॉक्टर अपनी जेब गर्म करने के लिए अपने पेशे से खिलवाड़ कर बैठता है। यदि मैं डॉक्टर होता तो समाज सेवा में अपना पूरा मन लगाता।
Answer:
ईश्वर तो मनुष्य को जन्म देता है, लेकिन जैसे ही मनुष्य को कोई भी शारीरिक समस्याएँ होती है तो डॉक्टर उसे ठीक करने में उनकी सहायता करता है। दुनिया में कई तरह का पेशा है, जैसे शिक्षक, इंजीनियर, वकील इत्यादि।
सभी पेशेवरों की अपनी जिम्मेदारियां होती है। डॉक्टर की जिम्मेदारी है, लोगो के ज़िन्दगी को बचाना, उनकी शारीरिक, मानसिक परेशानियों को दूर करना और व्यवस्थित रूप से मरीज़ो का इलाज़ करना।
कहा जाता है डॉक्टर भगवान् का दूसरा रूप है। डॉक्टर के कंधो पर मनुष्य के सेहत की रक्षा करने का दायित्व होता है। डॉक्टर बनने के लिए व्यक्ति को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए रात -दिन पढ़ाई और हर पहलू पर इंटर्नशिप करने की ज़रूरत होती है|
इससे डॉक्टर मरीज़ो का सही दिशा में इलाज़ कर पाता है। डॉक्टर जन सेवा है और जो भी व्यक्ति डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई करता है, उसे जान सेवा की शपथ लेना पड़ता है| हर डॉक्टर को यह शपथ लेना पड़ता है कि वह आजीवन जन सेवा करेगा।