Explain The Theory Of Relativity In Hindi
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Albert Einstein की Theory of relativity में से ही एक है, Special Theory of Relativity (सापेक्षता का सिद्धांत), जो की हमें ब्रह्माण्ड के रहस्यों को तथा प्रकाश की गति को समझने मदद करती है ! इस थ्योरी से हम यह समझ सकतें हैं, की किस तरह ब्रह्माण्ड के नियम अलग अलग वस्तु पर काम करतें हैं ! Special Theory of Relativity अर्थात सापेछता का सिद्धांत सन 1905 में सदी के महान वैज्ञानिक Albert Einstein ने पब्लिश किया था ! स्पेशल थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी (सापेक्षता का सिद्धांत) क्लासिकल फिजिक्स के दो अवधारणा (Postulates of Special Theory of Relativity in Hindi) पर काम करता है !
1) non-accelerating frame of reference में physics के नियम समान होंगे ! मतलब अगर आप कोई एक्सपेरिमेंट ऐसे स्थान पर कर रहे है, जो की स्थिर है, और वही एक्सपेरिमेंट आप ऐसे ऐसे स्थान में कर रहे है जो की constant गति से मूव कर रहा है, जैसे की ट्रैन तो दोनों का रिजल्ट समान आएगा ! जो बॉडी स्थिर रहती है या फिर constant velocity से मूव करती है, उसे हम non-accelerating frame of reference कहते है !
2) vaccum में प्रकाश की गति (Speed of Light)constant है, अर्थात इसकी गति आपको एक जैसी दिखेगी चाहे आप स्थिर है या motion में !
सर Isaac Newton ने गति के 3 नियम तो दिए लेकिन पूरी तरह से गति को Albert Einstein ने समझाया सर Issac Newton के गति के नियम केवल कम स्पीड वाले वस्तु पर ही लागू होता था ! लेकिन किसी बॉडी की गति जब बढ़ जाती तो वहां केवल आइंस्टीन की स्पेशल थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी (Special Theory of Relativity) ही काम करती है ! आइंस्टीन का कहना था की स्पीड रिलेटिव है अर्थात हमें स्पीड को देखने के लिए फ्रेम का रिफरेन्स लेना पड़ता है !