फेयाॅल के प्रबंध के निम्नलिखित सिद्धांतों को उदाहरण सहित समझाइए I
(क)निर्देश की एकता
(ख) समता
(ग) सहयोग की भावना
(घ) व्यवस्था
(ङ) केंद्रीकरण एवं विकेंद्रीकरण
(च) पहल- क्षमता
Answers
"(क)निर्देश की एकता- संगठन के सभी समूहों को एक उद्देश्य के लिए एक ही तरीके से कार्य करना चाहिए| एक समूह को एक उद्देश्य की प्राप्ति के लिए एक ही नीति को अपनाना चाहिए|
(ख) समता—यह सिद्धांत कहता है की प्रबंधक को उसके अधीनस्थों के प्रति दयालुता तथा न्याय की भावना रखनी चहिये|प्रबंधक को जाति, लिंग, धर्म, राष्ट्रीयता आदि के आधार पर कभी भी अलग अलग बर्ताब नहीं करना चहिये|
(ग) सहयोग की भावना— यह सिद्धांत समन्वय तथा सहयोग की बात करता है| यह कहता है की बड़े बड़े व्यवसायों में समूह में कार्य करना अत्यंत आवश्यक होता है| समूह में कार्य करने से अच्छा समन्वय बना रहता है और काम से काम प्रयसों से काम पूरा हो जाता है |
(घ) व्यवस्था— कारखाने में हर चीज़ के लिए एक समय तथा स्थान होना चाहिए इससे समय भी बचता है तथा काम प्रयास लगते है यदि ऐसा नहीं होगा तो कर्मचारीओ का ज्यादा से ज्यादा समय चीज़ो को ढूढ़ने में लगेगा जिससे उत्पादन काम होगा |
(ङ) केंद्रीकरण एवं विकेंद्रीकरण— जब अधिकार कुछ ही लोगो के पास होते है तो ये केन्द्रीकरण कहलाता है और यदि एहि अधिकार कई सारे लोगो के पास होते है तो ये विकेन्द्रीकरण कहलाता है फेयोल का मानना है की किसी भी संगठन को केबल एक ही पर निर्भर नहीं रहना चहिये उन्हें दोनों का प्रयोग करना चहिये|
(च) पहल क्षमता— पहल क्षमता का अर्थ है की किसी नयी चीज़ के लिए कदम उठाना | यदि कोई किसी चीज़ की पहल करता है तो उसको और बढ़ावा देना चहिये की वो आगे भी ऐस आकर ताकि अगर संगठन में निरंतर सुधार किये जा सजे तथा नयी नयी चीज़ी को लागू किया जा सके|
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Answer:"(क)निर्देश की एकता- संगठन के सभी समूहों को एक उद्देश्य के लिए एक ही तरीके से कार्य करना चाहिए| एक समूह को एक उद्देश्य की प्राप्ति के लिए एक ही नीति को अपनाना चाहिए|
(ख) समता—यह सिद्धांत कहता है की प्रबंधक को उसके अधीनस्थों के प्रति दयालुता तथा न्याय की भावना रखनी चहिये|प्रबंधक को जाति, लिंग, धर्म, राष्ट्रीयता आदि के आधार पर कभी भी अलग अलग बर्ताब नहीं करना चहिये|
(ग) सहयोग की भावना— यह सिद्धांत समन्वय तथा सहयोग की बात करता है| यह कहता है की बड़े बड़े व्यवसायों में समूह में कार्य करना अत्यंत आवश्यक होता है| समूह में कार्य करने से अच्छा समन्वय बना रहता है और काम से काम प्रयसों से काम पूरा हो जाता है |
(घ) व्यवस्था— कारखाने में हर चीज़ के लिए एक समय तथा स्थान होना चाहिए इससे समय भी बचता है तथा काम प्रयास लगते है यदि ऐसा नहीं होगा तो कर्मचारीओ का ज्यादा से ज्यादा समय चीज़ो को ढूढ़ने में लगेगा जिससे उत्पादन काम होगा |
(ङ) केंद्रीकरण एवं विकेंद्रीकरण— जब अधिकार कुछ ही लोगो के पास होते है तो ये केन्द्रीकरण कहलाता है और यदि एहि अधिकार कई सारे लोगो के पास होते है तो ये विकेन्द्रीकरण कहलाता है फेयोल का मानना है की किसी भी संगठन को केबल एक ही पर निर्भर नहीं रहना चहिये उन्हें दोनों का प्रयोग करना चहिये|
(च) पहल क्षमता— पहल क्षमता का अर्थ है की किसी नयी चीज़ के लिए कदम उठाना | यदि कोई किसी चीज़ की पहल करता है तो उसको और बढ़ावा देना चहिये की वो आगे भी ऐस आकर ताकि अगर संगठन में निरंतर सुधार किये जा सजे तथा नयी नयी चीज़ी को लागू किया जा सके|
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Explanation: