farewell speech by a class 12 student in hindi
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हम यहाँ स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के लिए कुछ अच्छे विदाई भाषण उपलब्ध करा रहे हैं। हमने यहाँ विभिन्न भाषणों को, स्कूल के छात्रों के लिए प्राचार्य, अध्यापकों, विद्यार्थियों आदि के लिए और उनके जूनियर्स द्वारा दिए जाने वाले भाषणों के रुप में श्रेणीबद्ध किया है। ये विदाई भाषण विद्यार्थियों द्वारा उस समय प्रयोग किए जाते हैं, जब कभी भी वे अपनी पढ़ाई पूरी करके कॉलेज को छोड़ते हैं। आप दिए गए भाषणों में से कोई भी विदाई भाषण अपनी आवश्यकता और जरुरत के अनुसार विदाई समारोह में बोलने के लिए चुन सकते हैं।
विद्यार्थी
12वीं कक्षा के छात्रों का कक्षा-अध्यापक होने के नाते, मैं आप सभी के बारे में, इन 12 सालों के साथ में मैंने जो कुछ भी महसूस किया है, उसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ। आप सभी वास्तव में, अपनी सज्जनता के कारण मुझसे अपनी प्रशंसा सुनने के पात्र हो।
मेरे प्यारे विद्यार्थियों, हमें आप सभी को उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार करने और आकार देने में 12 साल का लम्बा समय लगा। समय के साथ अध्यापकों ने भी विद्यार्थियों के साथ में बहुत कुछ सीखा। इसलिए मैंने भी यही किया, मैंने आप में अपना बचपन बढ़ते हुए देखा है। आगे बढ़ने और छात्रों को आकार देने के लिए, छात्रों और अध्यापकों को साथ में मिलकर प्रयास करने पड़ते हैं और अच्छे परिणामों के लिए साथ मिलकर एक ताकत के रुप में कार्य करना पड़ता है।
के लिए अच्छे मनुष्य के रुप में आकार देने की एक प्रक्रिया थी।
यह सभी हमारी जिम्मेदारी थी: कभी-कभी हमने तुम्हें प्यार किया और देखभाल की और कभी-कभी तुम्हें कठिन कार्यों को पूरा करने के लिए दिया। मेरे प्यारे छात्रों, आप सभी को मेरी यह सलाह है कि, इस स्कूल की दहलीज पर खड़े होकर पीछे की ओर मुड़कर मत देखना। आगे की ओर देखते हुए और आगे बढ़ते हुए संसार को देखना, हमारी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ हैं। मेरे बच्चों संसार को आप जैसे अधिक बुद्धिमान युवाओं की आवश्यकता है। सफलता आपके रास्ते में होगी। बस अपने दिमाग में यही रखना कि, आप अपने सभी कार्यों में सही हो और यह भी मत भूलना कि, सच की हमेशा जीत होती है। दूसरों को खुश करने की अपनी शक्ति का प्रयोग सभी को खुश करने में करना न कि दुखी करने में। किसी भी बुरी स्थिति में कभी भी आत्मसमर्पण मत करना और खुद में विश्वास रखना। जाओ और अपना नाम, धन, प्रसिद्धि कमाओ और हमारे पास अपनी सफलता की कहानी सुनाने के लिए वापस आओ। मैं स्वामी विवेकानन्द जी के द्वारा कहे गए कुछ शब्दों को कहना चाहता हूँ:
“एक विचार लो और उस विचार को अपने जीवन का सार बना लो- उसी को सोचो और उसी के स्वप्न देखो। उस विचार से अपने मस्तिष्क, पेशियों, कोशिकाओं, शरीर के हरेक भाग को उससे भरने दो और दूसरे अन्य विचारों को अकेला छोड़ दो। यही सफलता का रास्ता है।”
धन्यवाद।
प्राचार्य द्वारा छात्रों के लिए विदाई भाषण
सम्मानित शिक्षकों और मेरे प्यारे छात्रों के लिए नमस्कार। हम सभी यहाँ 12वीं कक्षा के बुद्धिमान छात्रों को विदाई देने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज 16 मार्च को, विदाई समारोह में आप सभी का स्वागत है। मैं अपने शब्दों में, अपने 12वीं कक्षा के प्रिय छात्रों के बारे में कुछ कहना चाहता हूँ। विद्यार्थी किसी भी स्कूल की सबसे कीमती सम्पत्ति होते हैं, उनके बिना शिक्षक और विद्यालय कुछ भी नहीं है। यद्यपि, यह भी सत्य है कि, विद्यार्थी भी एक अच्छे अध्यापक के बिना कुछ नहीं है या अधूरे हैं। इसलिए, एक दूसरे के महत्व के लिए दोनों ही बराबर जिम्मेदार है। हम यह नहीं कह सकते, कि केवल शिक्षक ही, छात्रों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं हालांकि, विद्यार्थी भी शिक्षक के महत्व और मूल्य को बनाने में महान भूमिका निभाते हैं। छात्रों के भविष्य को आकार देने और निर्माण करने में, दोनों की ही सम्मान भागीदारी की आश्यकता है।
एक अच्छा विद्यार्थी, एक अच्छे शिक्षक की अनुपस्थिति में कुछ नहीं कर सकता और जब किसी शिक्षक को अच्छा छात्र नहीं मिलता तो वह उसे अपना दुर्भाग्य समझता है। यह शिक्षक की जिम्मेदारी होती हैं कि, वह अपने छात्र को सही रास्ते पर लाए हालांकि, यह छात्र की भी जिम्मेदारी है कि वह अपने शिक्षक की बताई हुई बातों का पालन करे। उन्हें विद्यालय में समान रुप से एक दूसरे का समर्थन करने की आवश्यकता है। हमारे विद्यार्थी बहुत ही अनुशासित, अच्छे संस्कारों वाले, समय के पाबंद, और जिम्मेदार व्यक्ति है। इन्होंने स्कूल के लिए अपने सभी दायित्वों को पूरा किया है, जिसके कारण हमारे स्कूल ने बहुत विकास किया और पूरे जिले में सबसे अच्छी शिक्षा को प्रदान करने वाले स्कूल की छवि बनाई है। यह सबकुछ मेरे प्रिय छात्रों और शिक्षकों के कठिन प्रयासों के माध्यम से संभव हो पाया है।
12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की बॉस्केटबॉल आन्तरिक स्कूल प्रतियोगिता में जिला स्तरीय जीत ने मुझे वास्तव में, आश्चर्यचकित कर दिया। मेरी यही इच्छा है कि, मेरे छात्र पहले से भी अधिक आगे बढ़े और इस स्कूल का और अपने माता-पिता का नाम रोशन करें। छात्रों के इतने सालों के कठिन परिश्रम और संघर्ष के बाद, अब आप सभी को अलविदा कहने का समय आया है ताकि, आप संसार को अपने कॉलेज जीवन को पूरा करने के बाद देख सको। मेरे प्यारे छात्रों, मेरे अपने अनुभव के अनुसार, आपको अपने जीवन में बहुत सी कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। तो भी आप उनसे घबराना नहीं, और मजबूत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते जाना। यह तुम्हारा विश्वास, साहस, धैर्य और कठिन परिश्रम ही है, जो तुम्हें भविष्य में आगे की ओर ले जाएँगे और तुम्हें उज्ज्वल भविष्य प्रदान करेंगे। मेरी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ है। मैं एल्बर्ट आइंसटिन की कही लाइन आपसे कहना चाहूँगा:
“सफल व्यक्ति बनने की कोशिश मत करो, लेकिन इसके स्थान पर मूल्यवान व्यक्ति बनो।”
धन्यवाद।
हम यहाँ स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के लिए कुछ अच्छे विदाई भाषण उपलब्ध करा रहे हैं। हमने यहाँ विभिन्न भाषणों को, स्कूल के छात्रों के लिए प्राचार्य, अध्यापकों, विद्यार्थियों आदि के लिए और उनके जूनियर्स द्वारा दिए जाने वाले भाषणों के रुप में श्रेणीबद्ध किया है। ये विदाई भाषण विद्यार्थियों द्वारा उस समय प्रयोग किए जाते हैं, जब कभी भी वे अपनी पढ़ाई पूरी करके कॉलेज को छोड़ते हैं। आप दिए गए भाषणों में से कोई भी विदाई भाषण अपनी आवश्यकता और जरुरत के अनुसार विदाई समारोह में बोलने के लिए चुन सकते हैं।
विद्यार्थी
12वीं कक्षा के छात्रों का कक्षा-अध्यापक होने के नाते, मैं आप सभी के बारे में, इन 12 सालों के साथ में मैंने जो कुछ भी महसूस किया है, उसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ। आप सभी वास्तव में, अपनी सज्जनता के कारण मुझसे अपनी प्रशंसा सुनने के पात्र हो।
मेरे प्यारे विद्यार्थियों, हमें आप सभी को उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार करने और आकार देने में 12 साल का लम्बा समय लगा। समय के साथ अध्यापकों ने भी विद्यार्थियों के साथ में बहुत कुछ सीखा। इसलिए मैंने भी यही किया, मैंने आप में अपना बचपन बढ़ते हुए देखा है। आगे बढ़ने और छात्रों को आकार देने के लिए, छात्रों और अध्यापकों को साथ में मिलकर प्रयास करने पड़ते हैं और अच्छे परिणामों के लिए साथ मिलकर एक ताकत के रुप में कार्य करना पड़ता है।
के लिए अच्छे मनुष्य के रुप में आकार देने की एक प्रक्रिया थी।
यह सभी हमारी जिम्मेदारी थी: कभी-कभी हमने तुम्हें प्यार किया और देखभाल की और कभी-कभी तुम्हें कठिन कार्यों को पूरा करने के लिए दिया। मेरे प्यारे छात्रों, आप सभी को मेरी यह सलाह है कि, इस स्कूल की दहलीज पर खड़े होकर पीछे की ओर मुड़कर मत देखना। आगे की ओर देखते हुए और आगे बढ़ते हुए संसार को देखना, हमारी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ हैं। मेरे बच्चों संसार को आप जैसे अधिक बुद्धिमान युवाओं की आवश्यकता है। सफलता आपके रास्ते में होगी। बस अपने दिमाग में यही रखना कि, आप अपने सभी कार्यों में सही हो और यह भी मत भूलना कि, सच की हमेशा जीत होती है। दूसरों को खुश करने की अपनी शक्ति का प्रयोग सभी को खुश करने में करना न कि दुखी करने में। किसी भी बुरी स्थिति में कभी भी आत्मसमर्पण मत करना और खुद में विश्वास रखना। जाओ और अपना नाम, धन, प्रसिद्धि कमाओ और हमारे पास अपनी सफलता की कहानी सुनाने के लिए वापस आओ। मैं स्वामी विवेकानन्द जी के द्वारा कहे गए कुछ शब्दों को कहना चाहता हूँ:
“एक विचार लो और उस विचार को अपने जीवन का सार बना लो- उसी को सोचो और उसी के स्वप्न देखो। उस विचार से अपने मस्तिष्क, पेशियों, कोशिकाओं, शरीर के हरेक भाग को उससे भरने दो और दूसरे अन्य विचारों को अकेला छोड़ दो। यही सफलता का रास्ता है।”
धन्यवाद।
प्राचार्य द्वारा छात्रों के लिए विदाई भाषण
सम्मानित शिक्षकों और मेरे प्यारे छात्रों के लिए नमस्कार। हम सभी यहाँ 12वीं कक्षा के बुद्धिमान छात्रों को विदाई देने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज 16 मार्च को, विदाई समारोह में आप सभी का स्वागत है। मैं अपने शब्दों में, अपने 12वीं कक्षा के प्रिय छात्रों के बारे में कुछ कहना चाहता हूँ। विद्यार्थी किसी भी स्कूल की सबसे कीमती सम्पत्ति होते हैं, उनके बिना शिक्षक और विद्यालय कुछ भी नहीं है। यद्यपि, यह भी सत्य है कि, विद्यार्थी भी एक अच्छे अध्यापक के बिना कुछ नहीं है या अधूरे हैं। इसलिए, एक दूसरे के महत्व के लिए दोनों ही बराबर जिम्मेदार है। हम यह नहीं कह सकते, कि केवल शिक्षक ही, छात्रों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं हालांकि, विद्यार्थी भी शिक्षक के महत्व और मूल्य को बनाने में महान भूमिका निभाते हैं। छात्रों के भविष्य को आकार देने और निर्माण करने में, दोनों की ही सम्मान भागीदारी की आश्यकता है।
एक अच्छा विद्यार्थी, एक अच्छे शिक्षक की अनुपस्थिति में कुछ नहीं कर सकता और जब किसी शिक्षक को अच्छा छात्र नहीं मिलता तो वह उसे अपना दुर्भाग्य समझता है। यह शिक्षक की जिम्मेदारी होती हैं कि, वह अपने छात्र को सही रास्ते पर लाए हालांकि, यह छात्र की भी जिम्मेदारी है कि वह अपने शिक्षक की बताई हुई बातों का पालन करे। उन्हें विद्यालय में समान रुप से एक दूसरे का समर्थन करने की आवश्यकता है। हमारे विद्यार्थी बहुत ही अनुशासित, अच्छे संस्कारों वाले, समय के पाबंद, और जिम्मेदार व्यक्ति है। इन्होंने स्कूल के लिए अपने सभी दायित्वों को पूरा किया है, जिसके कारण हमारे स्कूल ने बहुत विकास किया और पूरे जिले में सबसे अच्छी शिक्षा को प्रदान करने वाले स्कूल की छवि बनाई है। यह सबकुछ मेरे प्रिय छात्रों और शिक्षकों के कठिन प्रयासों के माध्यम से संभव हो पाया है।
12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की बॉस्केटबॉल आन्तरिक स्कूल प्रतियोगिता में जिला स्तरीय जीत ने मुझे वास्तव में, आश्चर्यचकित कर दिया। मेरी यही इच्छा है कि, मेरे छात्र पहले से भी अधिक आगे बढ़े और इस स्कूल का और अपने माता-पिता का नाम रोशन करें। छात्रों के इतने सालों के कठिन परिश्रम और संघर्ष के बाद, अब आप सभी को अलविदा कहने का समय आया है ताकि, आप संसार को अपने कॉलेज जीवन को पूरा करने के बाद देख सको। मेरे प्यारे छात्रों, मेरे अपने अनुभव के अनुसार, आपको अपने जीवन में बहुत सी कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। तो भी आप उनसे घबराना नहीं, और मजबूत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते जाना। यह तुम्हारा विश्वास, साहस, धैर्य और कठिन परिश्रम ही है, जो तुम्हें भविष्य में आगे की ओर ले जाएँगे और तुम्हें उज्ज्वल भविष्य प्रदान करेंगे। मेरी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ है। मैं एल्बर्ट आइंसटिन की कही लाइन आपसे कहना चाहूँगा:
“सफल व्यक्ति बनने की कोशिश मत करो, लेकिन इसके स्थान पर मूल्यवान व्यक्ति बनो।”
धन्यवाद।
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