Hindi, asked by navikarastogi, 11 months ago

feriwala hamare din pratidin ki bahout si jarurato ko aasan banna deta hai. feriwalo ke yogdan ve samasyao per ek lekh taiyar karen

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Answered by kinjalsingh4115
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Answer:

Explanation:शहरों और कस्बों की सडकों पर हर जगह फेरीवाले वाले नजर आते हैं । वह हमारे सडकों की जानी-पहचानी हस्ती है ।

इसके अलावा मेलों, प्रदर्शनियों, सड़क के किनारे और रेलवे स्टेशनों तथा बस अड्‌डों के पास भी उनका जमाव दिखाई देता है । वह ऐसे स्थानों पर आवाज लगा-लगा कर अपना माल बेचता है, जहाँ बहुत-से लोग आते-जाते है । फेरी वाले रोजमर्रा के इस्तेमाल की साधारण वस्तुएं बेचता है । इनमें सब्जी, फल, साधारण किस्म के कपड़े, बर्तन, मिठाई, आइसक्रीम, भुने हुए चने, साबुन, खिलौने तथा चाट आदि होते हैं । वह जो भी बेचता है, उसे एक बड़ी थाली या टोकरी में सजाकर रखता है ।

वह अपने सामान को ढकता नहीं, बल्कि ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए खुला रखता है । वह थाल में सामान ऐसे लगाता है कि ग्राहको को एक ही दृष्टि में सभी चीजें दिखाई दे जायें । वह घर-घर और मौहल्ले-मौहल्ले में घूमकर चीजें बेचता है । वह तेज आवाज से अपनी वस्तुओं का नाम लेकर आवाज लगाता है । कभी-कभी हाथ की घटी बजाकर अपनी उपस्थिति दर्शाता है ।

फेरी वाले बड़े चालाक होते हैं । उन्हे यह भली-भाँति ज्ञात होता है कि वे किसी बालक, वृद्ध अथवा गुजरते हुए भोले-भाले ग्राहक को कैसे आकर्षित करें । वह अपने अनूठे ढंग से घंटी बजाता है और फिर अपने निजी ढंग के मीठे बोल बोलकर वस्तुओं के नाम बताता है ।

कभी-कभी वह या गाने लटके गा-गा कर लोगों को बुलाता है । वह अपने शरीर से भी तरह-तरह की मुद्रायें बनाकर लोगो को प्रभावित करता है । वह अपनी वस्तुओं के कूट-सच्चे गुणो का बखान करता है और अपनी वस्तुयें बेचने में सफल हो जाता है ।

उसकी आदतें आमतौर पर बड़ी गन्दी और अस्वास्थ्यवर्द्धक होती हैं । उसकी मिठाई और खाने की अन्य वस्तुओं पर मक्खियां भिनभिनाया करती हैं । उसे सफाई और स्वच्छता ज्ञान नहीं होता । ऐसा होते हुए भी खौमचे वाले को देखकर बच्चों के मुँह में पानी भर आता है और वे कुछ-न-कुछ पैसे जेब में डालकर उसके पास दौड़ आते हैं । चाट बेचने वाले खोमचे वालों के सामने बड़े लोगों को भी बड़े स्वाद से चाट खाते देखा जा सकता है ।

नगर पालिका को फेरीवालों और खोमचेवालों के लिए सफाई के कुछ नियम बनाने चाहिये और उनका कड़ाई से पालन कराया जाना चाहिए । खाने की वस्तुओं को ढ़क कर रखने का आदेश दिया जाना चाहिए । कभी-कभी हेल्थ विभाग के निरक्षकों को उनकी चाट आदि का नमूना लेकर उनका परीक्षण भी करते रहना चाहिए ।

फेरीवाले समाज की उपयोगी सेवा करते हैं । अतिवृद्ध, रोगी स्त्रियों तथा बच्चे बड़े-बड़े नगरों में फेरीवालो की प्रतीक्षा करते रहते हैं । फेरीवाला द्वारा कुछ अधिक कीमत लेने पर भी उनकी मांग बनी रहती है ।

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