फ़िल्मों में दृश्यों के साथ गीत गाए जाते हैं। फिल्म के अतिरिक्त ऐसे बहुत से अवसर होते हैं जहाँ उसी के अनुकूल गीत भी गाए-बजाए जाते हैं। इस पाठ में भी पहली बार विश्व स्तर पर कहीं जन-गण-मन बजा' का उल्लेख हुआ है। तुम फ़िल्मों के कुछ मशहूर गीतों के बोलों की सूची बनाओ जो फ़िल्मों में दृश्यों के साथ तो गाए ही गए हों, जिन्हें विशेष अवसरों पर भी गाया बजाया जाता हो।
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ये प्रश्न ‘एक खिलाड़ी की कुछ यादें’ पाठ से लिया गया है। ये एक संस्मरण है। जिसके लेखक ‘केशवदत्त’ हैं। इस पाठ में लेखक ने हाकी के खेल से जुड़ी कुछ यादों का वर्णन किया है।
अनेक फिल्में ऐसी हैं जिनके गीत विशेष अवसरों पर गाये-बजाये जाते हैं...
स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के अवसर बजाये जाने वाले गीत...
मेरे देश की धरती सोना उगले-उगले हीरे-मोती (उपकार)
मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसती चोला (शहीद)
है प्रीत जहाँ की रीत सदा, मै गीत वहां के गाता हूँ (पूरब-पश्चिम)
ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे दिल के चमन, तुझ पे दिल कुर्बान (काबुलीवाला)
गांधी जयंती (2 अक्टूबर) पर बजाये जाने वाले गीत...
दे हमें आजादी बिना, खड्ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल (जागृति)
बाल दिवस (14 नवंबर) के अवसर पर बजाये जाने वाले गीत...
हम लाये हैं, तूफां से कश्ती निकाल के, इस देश के रखना मेरे बच्चों संभाल के (जागृति)
नन्हा-मुन्ना राही हूँ देश सिपाही हूँ, बोलो मेरे संग जय हिंद (सन ऑफ इंडिया)
लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा, घोड़े की दुम पे जो मारा हथौड़ा (मासूम)
होली के अवसर पर गाये जाने वाले गीत...
रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे (सिलसिला)
होली के दिन दिल खिल जाते हैं, रंगो मे रंग मिल जाते हैं (शोले)
दीवाली के अवसर पर बजाये जाने वाले...
दीपावली मनाई सुहानी, मेरे साईं के हाथों मे जादू का पानी (शिरडी के साईं बाबा)