ग. लेखक मसूरी के हिमशिखरों तथा बादलों
के दर्शनों के लिए क्यों तड़पता है ?
Answers
Answer:
बच्चों के चहेते अंग्रेजी लेखक पद्मश्री और पद्मभूषण रस्किन बॉन्ड ने शनिवार को अपना 84वां जन्मदिन अपने पारवारिक मित्रों और बच्चों के साथ सादगी से मनाया। रस्किन बांड ने घर आए पारिवारिक मित्रों के साथ केक काटा। इस दौरान रस्किन बॉन्ड ने मसूरी में बच्चों के बीच भी गए। उनसे मिलने के लिए प्रशंसक उमड़ पड़े।
घर में केक काटने के बाद वह वह मसूरी में बुक स्टोर पर पहुंचे, जहां बच्चों और उनके चाहने वाले उमड़ पड़े। प्रशंसकों ने उनके साथ सेल्फी ली और ऑटोग्राफ भी लिया। माल रोड पर महान लेखक की एक झलक पाने के लिए पर्यटक भी उत्साहित नजर आए। ऑटोग्राफ लेने के लिए प्रशंसकों की लंबी लाइन लग गयी। इस दौरान मीडिया से बातचीत में रस्किन बॉन्ड ने कहा कि जब तक आखिरी सांस है, बच्चों के लिए लेखन का काम करते रहेंगे।
बच्चों के चहेते अंग्रेजी लेखक पद्मश्री और पद्मभूषण रस्किन बॉन्ड ने शनिवार को अपना 84वां जन्मदिन अपने पारवारिक मित्रों और बच्चों के साथ सादगी से मनाया। रस्किन बांड ने घर आए पारिवारिक मित्रों के साथ केक काटा। इस दौरान रस्किन बॉन्ड ने मसूरी में बच्चों के बीच भी गए। उनसे मिलने के लिए प्रशंसक उमड़ पड़े।
घर में केक काटने के बाद वह वह मसूरी में बुक स्टोर पर पहुंचे, जहां बच्चों और उनके चाहने वाले उमड़ पड़े। प्रशंसकों ने उनके साथ सेल्फी ली और ऑटोग्राफ भी लिया। माल रोड पर महान लेखक की एक झलक पाने के लिए पर्यटक भी उत्साहित नजर आए। ऑटोग्राफ लेने के लिए प्रशंसकों की लंबी लाइन लग गयी। इस दौरान मीडिया से बातचीत में रस्किन बॉन्ड ने कहा कि जब तक आखिरी सांस है, बच्चों के लिए लेखन का काम करते रहेंगे।
Thank you!
@itzshivani