Biology, asked by pandeynk0520, 2 months ago

गुरु अंजोरा दास किस रचना के पात्र हैं

Answers

Answered by narayanprasadgopal
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Explanation:

anjoradaskis rachna ke patra hai

Answered by krishna210398
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Answer:

गुरु अमर दास:

उन्होंने भजनों को एक पोथी (पुस्तक) में लिखा और संकलित किया जिसने अंततः आदि ग्रंथ बनाने में मदद की।

Explanation:

गुरु अमर दास का जन्म 5 मई 1479 को बसारके गाँव में हुआ जो वर्तमान में भारतीय राज्य पंजाब के अमृतसर जिले में आता है। उनके पीता का नाम तेज भान भल्ला और माँ का नाम भक्त कौर (जिन्हें लक्ष्मी और रूप कौर के नाम से भी जाना जाता है) था। उनका विवाह मंसा देवी से हुआ और उनके चार बच्चे थे जिनके नाम मोहरी, मोहन, दानी और भानी था।

भक्ति शब्द की व्युत्पत्ति 'भज्' धातु से हुई है, जिसका अर्थ 'सेवा करना' या 'भजना' है, अर्थात् श्रद्धा और प्रेमपूर्वक इष्ट देवता के प्रति आसक्ति। [1][2] नारदभक्तिसूत्र में भक्ति को परम प्रेमरूप और अमृतस्वरूप कहा गया है। इसको प्राप्त कर मनुष्य कृतकृत्य, संतृप्त और अमर हो जाता है। व्यास ने पूजा में अनुराग को भक्ति कहा है। गर्ग के अनुसार कथा श्रवण में अनुरक्ति ही भक्ति है। भारतीय धार्मिक साहित्य में भक्ति का उदय वैदिक काल से ही दिखाई पड़ता है। महान् वह है जो चेतना के स्तरों में मूर्धन्य है, यज्ञियों में यज्ञिय है, पूजनीयों में पूजनीय है, सात्वतों, सत्वसंपन्नों में शिरोमणि है और एक होता हुआ भी अनेक का शासक, कर्मफलप्रदाता तथा भक्तों की आवश्यकताओं को पूर्ण करनेवाला है।

#SPJ3

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