ग्रामीण-नगरीय सम्पर्क या संयोजन से क्या आशय है?
Answers
Answered by
0
Answer:
ग्रामीण नगर उपांत में दो तत्त्वों का संग्रह है, जिसमें से एक ग्रामीण उपांत तथा दूसरा नगरीय उपांत है। अतः ग्रामीण नगर उपांत अतिक्रमण का प्रतीक है, यह नगर के चारों ओर एक ऐसी मेखला का प्रतिनिधित्व करता है जो न तो पूर्णतया ग्रामीण है और न ही पूर्णतया नगरीय। इस मेखला में ग्रामीण एवं नगरीय दोनों प्रकार का वातावरण मिलता है।
Answered by
1
ग्रामीण-शहरी संपर्क को ग्रामीण शहरी सातत्य कहा जाता है। यह कई आयामों में गांव और शहर का विलय है।
ग्रामीण-शहरी संपर्क के प्रमुख लक्ष्य निम्नलिखित हैं-
- ग्रामीण बुनियादी ढांचे का विकास- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को जोड़ने के लिए यह एक प्रमुख लक्ष्य है और भौतिक संपर्क को बढ़ावा देने में मदद करता है। इससे आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रणाली में भी बदलाव आएगा।
- ग्रामीण परिदृश्य को बदलना- किए गए कनेक्टिविटी उपायों से गांव की छवि बदल जाएगी जिसे पिछड़ा माना जाता है और बुनियादी सुविधाओं की कमी है।
- सामाजिक असमानता को कम करने के लिए- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच विभाजन न केवल भौतिक कारकों के संदर्भ में बल्कि सामाजिक भी है। अब भी, भारतीय गाँव जाति व्यवस्था और अस्पृश्यता को प्राथमिकता देते हैं जो कि महानगरीय क्षेत्रों में नहीं है।
- कला के एक राज्य के रूप में पारिस्थितिकी गतिशीलता - यह ग्रामीण विकास मंत्रालय के दिशा-निर्देशों पर आधारित है ताकि गांवों को पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ तरीके से विकसित किया जा सके। "यह दृष्टि शहर के शरीर में भी गांव की भावना को बनाए रखेगी"।
#SPJ2
Similar questions
Math,
2 hours ago
Hindi,
2 hours ago
Physics,
2 hours ago
Social Sciences,
4 hours ago
Biology,
7 months ago