ग्रथिल उतक और घनाकार उत्तक में अंतर लिखिए
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Answer:एककोशिकीय जीवों के शरीर में एक ही कोशिका के अंदर जीवन की सभी क्रियाएँ संपन्न होती हैं परंतु उच्च जीवों में कोशिकाएँ गुणन करके बहुकोशिकीय अवस्था में आ जाती हैं । बहुकोशिकीय अवस्था में कोशिकाएँ विभिन्न कार्यों को करने के लिए अनुकूलित हो जाती हैं। एक ही ऊतक की सभी कोशिकाएँ लगभग समान प्रकार की होती हैं। कुछ ऊतक विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बने होते हैं। यदि ईंट को कोशिका के समान माना जाए तो ईंट के एक समूह को जिससे दीवारों का निर्माण होता है एक प्रकार का ऊतक, दूसरे समहू को जिससे गुम्बद का निर्माण होता है दूसरे प्रकार का ऊतक और इसी प्रकार जिससे खंभे का निर्माण होता, तीसरे प्रकार का ऊतक कहा जा सकता है, इसी प्रकार विभिन्न प्रकार की कोशिकाएँ आपस में संयोजित होकर जीवों के शरीर में विभिन्न प्रकार के ऊतकों का निर्माण करती है। इसकेअंतर्गत पादपों तथा जंतुओं के शरीर में पाये जाने वाले विभिन्न ऊतकों, उनकी संरचनात्मक एवं क्रियात्मक विशेषताओं तथा उनके कार्यों का वर्णन निम्नलिखित है।ऊतक (Tissue)समान आकार-प्रकार की कोशिकाओं का समूह ऊतक (Tissue) कहलाता है, जो मिलकर किसी एक कार्य को संपन्न करता है।एककोशिकीय जीवों, एवं कुछ निम्न वर्गों के जीवों के अलावा संपूर्ण जीव-जगत में कोशिकाएँ आपस में संयोजित होकर ऊतकों का निर्माण करती है, जो किसी विशेष प्रकार के कार्य को करने में निर्गुण होते हैं। ऊतकों को बनाने वाली कोशिकाओं की संरचना, प्रकार एवं उतकों द्वारा संपन्न होने वाले विभिन्न कार्यों के आधार पर विभिन्न प्रकार के ऊतकों की संरचना भिन्न-भिन्न होती है। कुछ कोशिकाओं के बीच अंर्तकोशिकीय अवकाश पाया जाता है, कुछ में नहीं, और कुछ में पाया जाता है, लेकिन बहुत कम। ये अंतर्कोशीकीय अवकाश एवं इनमें भरा हुआ अंर्तकोशिकीय द्रव्य भी ऊतकों की प्रवृत्त का निर्धारण करता है।जैसा कि हम जानते हैं कि पादप भी जीवित होते हैं, और जीवन की मूलभूत आवश्यकताएँ उनको भी होती हैं, जिनकी पूर्ति के लिए उनमें अनेक प्रकार के कार्य होते हैं। किंतु पादपों का शरीर और शरीर में होने वाली क्रियाएँ जंतुओं से पूर्णतः भिन्न होती हैं। अतः पादप ऊतक भी जंतु ऊतकों से भिन्न होते हैं जो अपने शरीर में होने वाली क्रिया-विधियों के लिए अनुकूलित होते हैं।I
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