Computer Science, asked by rahulsaini7023398936, 4 months ago

गौरव सी काया पड़ी प्रताप की पंक्ति का भाव स्पष्ट करो​

Answers

Answered by prapti200447
1

उत्तर: साँस आशा में मछली की तरह लटकी हुई है।

I hope it help you

Answered by totakuraveerabhadrao
2

Answer:

plz mark me brainliest

Explanation:

कवि कहता है कि मृत्यु रूपी मछुआ राणा प्रताप को अनंत मृत्यु लोक की ओर खींच कर ले जा रहा है परन्तु उसकी सांस मछली की भाँती इसी आशा में अटकी है कि शायद कोई उत्तराधीकारी के रूप में कह दें कि मेवाड़ की रक्षा की भार वह उठाएगा। वही शब्द घूमता सा-गूँजता विकल है .

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