गौशाला बंदोबस्त के प्रवर्तन को रेन
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भगता भाईका नथाना रोड पर स्थित गौशाला का लेंटर गिरने से सौ के करीब गौवंश मलबे के नीचे दब गए। हादसे में 38 गोवंश की मौत हो गई। पशुओं को गोशाला के नजदीक खाली जगह पर दफनाया गया। हादसा मंगलवार तड़के करीब दो बजे हुआ और हादसे की सूचना मिलते ही गौशाला कामेटी के सदस्य व स्थानीय लोग हादसा स्थल पर एकत्रित होने लगे और बचाव कार्य शुरू किया। सुबह हो रही बारिश के चलते राहत कार्य में रुकावटें भी आ रही थी क्योंकि घटनास्थल पर पानी जमा होना शुरू हो गया था। स्थानीय लोगों और प्रशासन की ओर से बारिश की परवाह न करते हुए बचाव कार्य में तेजी लाई गई। हादसे की सूचना डिप्टी कमिशनर बी श्रीनिवासन को गोशाला प्रबंधन ने दी। इसके बाद वेटरिनरी मेडिकल टीमों को बठिंडा से भगता भाई की तरफ रवाना किया गया।डॉक्टर तरनदीप सिंह ने बताया कि हादसे में 38 गोवंश की मौत हो चुकी थी जबकि 40 के करीब गोवंश गंभीर रूप से जख्मी हुए। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ भी मौके पर पहुंचे और घटना पर शोक व्यक्त किया। कांगड़ ने गोशाला को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। पूर्व कैबिनेट मंत्री सिकंदर सिंह मलूका भी घटनास्थल पर पहुंचे और गहरा शोक व्यक्त करते हुए पच्चीस हजार रुपये की मदद की।
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