गीतावली से संकलित पद 'राघौ एक बार फिरि आवौ' में निहित करुणा और संदेश को अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।
Answers
गीतावली से संकलित पद 'राघौ एक बार फिरि आवौ' में निहित करुणा और संदेश निम्न प्रकार से है :
प्रस्तुत पाठ में कवि ने राम के वियोग में संतप्त माता कौशल्या की दयनीय दशा का परोक्ष वर्णन किया है। माता कौशल्या राम को अपनी विरहावस्था का वर्णन न सुनाकर पथिक के माध्यम से उनके पास यह संदेश पहुंचाती दौड़ है कि उनके वियोग में उनके पाले हुए घोड़े दिन-प्रतिदिन कमजोर होते जा रहे हैं। इसलिए एक बार अवश्य लौटकर अयोध्या आओ और अपने प्रिय घोड़ों को देखकर वापस चले जाना । इस प्रकार यदि श्री राम अयोध्या आएंगे तो माता कौशल्या भी उन्हें देख सकेंगी।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :
राम के वन - गमन के बाद उनकी वस्तुओं को देखकर मांँ कौशल्या कैसा अनुभव करती है? अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
https://brainly.in/question/15409171
रहि चकि चित्रलिखी सी' पंक्ति का मर्म अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।
https://brainly.in/question/15409170
Answer :-
गीतावली से संकलित पद 'राघौ एक बार फिरि आवौ' में निहित करुणा और संदेश निम्न प्रकार से है :
प्रस्तुत पाठ में कवि ने राम के वियोग में संतप्त माता कौशल्या की दयनीय दशा का परोक्ष वर्णन किया है। माता कौशल्या राम को अपनी विरहावस्था का वर्णन न सुनाकर पथिक के माध्यम से उनके पास यह संदेश पहुंचाती दौड़ है कि उनके वियोग में उनके पाले हुए घोड़े दिन-प्रतिदिन कमजोर होते जा रहे हैं। इसलिए एक बार अवश्य लौटकर अयोध्या आओ और अपने प्रिय घोड़ों को देखकर वापस चले जाना । इस प्रकार यदि श्री राम अयोध्या आएंगे तो माता कौशल्या भी उन्हें देख सकेंगी।