गाय हमारे जीवन में क्यों उपयोगी है।
Answers
Explanation:
> गौ माता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है।
> गौ माता के गले में बंधी घंटी बजने से गौ आरती होती है।
> जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है, उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है ।
Yogi cow
> गौ माता के खुर में नागदेवता का वास होता है । जहां गौ माता विचरण करती है, उस जगह सांप बिच्छू नहीं आते ।
> गौ माता के गोबर में लक्ष्मीजी का वास होता है।
> गौ माता के मूत्र में गंगाजी का वास होता है ।
> गौ माता के गोबर से बने उपलों की धूप से दुकान, घर और मंदिर का वातावरण शुद्ध होता है।
> गौ माता के एक आंख में सूर्य व दूसरी आंख में चन्द्र देव का वास होता है ।
> गौ माता अन्नपूणज़् देवी है। कामधेनू है । मनोकामना पूर्ण करने वाली है ।
> गौ माता का दूध अमृत है। यह पोषक होकर बीमारियों से बचाता है।
> गौ माता की पूंछ में हनुमानजी का वास होता है।
पकिसी व्यक्ति को बुरी नजर लग जाए तो गौ माता की पूंछ से झाड़ा लगाने से नजर उतर जाती है ।
- गौ माता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटि देवी-देवताओं को भोग लग जाता है ।
- गौ माता से ही मनुष्यों के गौत्र की स्थापना हुई है।
- गौ माता के पंचगव्य के बिना पूजा-पाठ व हवन सफल नहीं होते हैं ।
- तन-मन-धन से जो मनुष्य गौ सेवा करता है । वो वैतरणी गौ माता की पूंछ पकड़ कर पार करता है। उन्हें गौ लोकधाम में वास मिलता है ।
- कहा जाता है कि जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो, वो अपनी हथेली में गुड़ रखकर गौ माता को जीभ से चटाता है तो उसकी सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है ।
इसके अलावा काली गाय की पूजा करने से नौ ग्रह शांत रहते हैं। जो ध्यानपूर्वक गौ पूजन करता है, उनको शत्रु दोषों से छुटकारा मिलता है।
Explanation:
गाय का अपने जीवन मे महत्व गाय हिंदू समुदाय में माता का दर्जा दिया जाता है, उसकी पूजा की जाती है। ग्रामीण इलाकों में तो आज भी हर रोज खाना बनाते समय पहली रोटी गाय के नाम की बनती है। प्राचीन समय से ही अन्य पालतु पशुओं की तुलना में गाय को अधिक महत्व दिया जाता है।