गरीबी हमारे समाज के लिए एक अभिशाप है, अगर वास्तव में गरीबी को महसूस करना चाहते हो, तो आपको उन
लोगों से मिलना चाहिए जो गन्दी बस्ती में रहते हैं। उनसे बात करो, उनसे पूछो उनके जीवन के बारे में, उनके बीते
कल के बारे में और फिर देखो उनकी जिन्दगी कितनी मुश्किल रही है। मैंने एक मध्यम स्तर की ज़िन्दगी जी और
लगभग वो हर चीज़ पायी जो मैने चाही, हालाँकि मुझे अपने पिता से कई बार कहना पड़ा। मैं ये विश्वास करता हूँ कि
दर्द सही मायनों में वही महसूस करता है, जो उससे गुजरता है, हर कोई नहीं। भारत सरकार ने उनके जीवन सुधार
हेतु कई प्रयास किये हैं. कई सारे गैर सरकारी संस्थान (NGO) हैं जो जरुरतमंदो की मदद करने का दावा करते हैं पर
वास्तविकता कुछ और है और सरकार की असफलता का मुख्य कारण कुछ और नहीं बल्कि भ्रष्टाचार है। वास्तव में,
गरीबी और भ्रष्टाचार साथ-साथ चलते हैं। दोनों एक दूसरे से काफी हद तक जुड़े हुए हैं। अगर आप गरीब हो, तो पैसा
प्राप्त करने हेतु आप कुछ भी करने को तत्पर रहते है और यहीं से जन्म होता है भ्रष्टाचार का। पर फिर भी, कई ऐसे
उदाहरण हैं जहाँ अमीर भी ज्यादा पैसे के लालच में भ्रष्ट होते हैं। translate in English
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Answer:
Poverty is a malediction for our society. If you really want to realize what poverty is, then you must interact with people who live in slums. Talk to them, ask them about their lives, their past and then see how difficult their lives have been. I lived a middle class life and always got almost everything that I wanted, even though I had to ask my dad for many a time. I firmly believe that pain ideally is realized by the one who goes through, not by everybody. Indian Government has put in several efforts to improvise their lives, Huge is the number of NGOs, which claim to help the needy but implementation is not up to the mark and the major reasons of Government’s failure is nothing but the corruption. In fact, poverty and corruption go hand by hand. Both are mutually related to a great extent. If you are poor, you tend to do anything and everything that can get you some money and that’s where corruption comes from. However, there are numerous examples, where even the rich are corrupt due to the greediness for having more money.