Math, asked by sandhiyasubba, 6 months ago

"गदगि मुकत मेरा देश" अनुचछेद लेखन
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Please Answer the question........who so ever Answer it I will mark as brainlist and please fast........you have to answer in hindi ​

Answers

Answered by littleverma7408
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Gandgi must mera gav ..

गन्दगी मुक्त मेरा गाँव विषय पर बच्चो को लिखने के लिए दिया गया है। भारत सरकार ने ग्रामीण लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए यह अभियान खासकर शुरू किया है ताकि हमारे गाँव भी साफ़ सुथरे रहे। इस प्रकार के कार्यक्रम, आयोजित करके अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है। विद्यार्थियों ने इस अभियान से जुड़े प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और मुहीम को कामयाब बनाने की बेहतरीन कोशिश की। इस अभियान को सफल बनाने की भरपूर कोशिश की गयी ताकि गाँव के लोग स्वच्छता के इस अभियान को गंभीरता से ले।

सारे गाँव भारत में अभी तक गन्दगी मुक्त नहीं हो पाए है। लेकिन पूरी गलती गांव वालों की नहीं थी। अशिक्षा और जागरूकता के अभाव में बहुत सालों और दशकों तक स्वच्छता के महत्व को भली भाँती समझने में गाँव वाले नाकामयाब रहे। जैसे जैसे गाँव में शिक्षा के लिए स्कूलों का प्रबंध किया गया और धीरे धीरे लिंग असामनता भी मिटने लगा, ग्रामीण लोग जागरूक होने लगे। गाँव में लोग ज़्यादातर कृषि और खेतो के कार्य से जुड़े होते है। गाँव का वातावरण बड़ा ही शुद्ध होता है। यहाँ के खुले मैदान और आँगन की सुंदरता अलग ही दृश्य प्रस्तुत करती है।

जैसे दीमक लकड़ी को धीरे धीरे खाती है और नुकसान पहुँचाती है ठीक उसी प्रकार गन्दगी भी धीरे धीरे अपना भयानक रूप धारण कर लेती है। पहले बहुत से गाँव में गन्दगी के तांडव ने गाँव की ज़िन्दगी को बुरी तरह प्रभावित किया। कच्ची सड़के और बड़े बड़े गड्ढे में वर्षा का पानी जम जाता था, इससे हानिकारक मच्छरों ने जन्म लेना आरम्भ किया। मच्छरों से कई बीमारियाँ जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया फैलता है जो की जानलेवा है। मक्खियों से भी सावधान रहने की ज़रूरत है। यह कूड़े पर बैठती है और फिर खुले हुए खाने पर जाकर विराजमान हो जाती है। बाद में ग्रामीण लोगो को खाना ढककर रखने की और साफ़ सुरक्षित पानी पीने की हिदायत दी गयी।

गाँव में खुले में शौच करना, एक प्रमुख गलती है जो अक्सर ग्रामीण लोग करते है। मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई गाँव में शौचालय का निर्माण करवाया और शौचालय बनाने की अहमियत भी समझायी। गाँव के लोग पहले की तुलना में काफी जागरूक हुए है, लेकिन कसर भी बाकी है। पूरे गाँव के लोगो को यह अवगत करवाया गया कि गन्दगी को जड़ से उखारने एक मात्रा तरीका है, स्वच्छता। अब वक़्त आ गया है कि गाँव के लोगो को सफाई की अहमियत और महत्व को भली भाँती समझायी जाए। गंदगी मुक्त मेरा गाँव जैसे अभियान जारी किये गए।

मेघालय में Mawlynnong गाँव भारत का सबसे साफ़ सुथरा और विकसित गाँव है। पूरे एशिया में सबसे स्वच्छ और सुन्दर गाँव है। नरेंद्र मोदी ने भी इस गाँव का दौरा किया और इसकी प्रशंसा की थी। इस गाँव को स्वच्छ बनाने का पूरा श्रेय वहां रहने वाले लोगो को जाता है। यहाँ के लोग गाँव के पर्यावरण को बेहतर और बनाये रखने के भी कार्य कर रहे है। प्रत्येक व्यक्ति यहाँ स्वच्छता को लेकर जागरूक है। यहाँ सारे लोग शिक्षित है और समग्र लोग अंग्रेजी में बात भी कर सकते है। यहाँ के लोग अपना बचा हुआ खाना फेकते नहीं है बल्कि पशुओं को दाल देते है। हर घर में एक शौचालय है। इस गाँव की जितनी भी सराहना की जाए, उतना ही कम है।

ग्रामीण लोगो को अपने घर का सारा कूड़ा कूड़ेदान में डालना चाहिए। ग्रामीण लोग पेड़ ,पौधों के विषय में ध्यान देते है। लोगो को अपने घर के आगे पक्की नालियां बनवानी चाहिए ताकि गन्दा पानी बाहर ना बहे और आस पास के इलाको को गन्दा ना करे। वर्षा के समय कहीं भी जमा हुआ पानी ना रखे, इससे मच्छर पनपने का खतरा बना रहता है।

भारत सरकार के अभियान के कारण ग्रामीण लोगो ने शौचालय बनाया है। गांव के लोग शौच के लिए शौचालय का उपयोग करते है, लेकिन अभी भी ऐसे कई गाँव है, जिन्होंने अभी तक शौचालय नहीं बनवाया है। गाँव के लोगो ने अभी कई जगहों पर सड़क के किनारे पौधे लगाए है और यह एक सकारात्मक कदम है।

कई गाँव के लोग पान की पीक कहीं भी थूक देते है और गोबर भी यहाँ वहाँ पड़ा रहता है। कुँए के समक्ष काफी कीचड़ हो जाता है, इसलिए स्वच्छता रखना बेहद ज़रूरी है। ग्रामीण लोगो ने खेतों के मैदानों में शौच करना बहुत जगहों पर बंद कर दिया है। गाँव के लोगो को अपने गाँव को सुन्दर और स्वच्छ बनाने के लिए काफी मेहनत करना होगा और ज़्यादातर लोग इसको संजीदगी के साथ कर रहे है। अभी बैल और बकरी को लगाम दी गयी है , ताकि वह इर्द गिर्द के जगहों को गन्दा न करे। कुंए के समक्ष नयी मिटटी डाली गयी है, ताकि कीचड़ ना हो। अभी गाँव में पक्के रास्ते बन गए है।

भारत के गाँव में 83.37 करोड़ लोग रहते है। एक नेशनल सर्वे के मुताबिक 59.4 फीसदी लोगो के पास शौचालय नहीं था। जितना ज़्यादा बाहर में शौच उतना अधिक बीमारी को न्योता देना। सिर्फ लोग ही नहीं पूरा गाँव अस्वच्छता के कारण बीमार हो जायेगा। इसके प्रभाव देश को भी भुगतना होगा। लोग बीमार होंगे तो उत्पादकता की क्षमता में गिरावट आएगी। इसका बुरा असर देश की आर्थिक स्थिति पर पड़ती है। गांव के विद्यालय में भी शौचालय न होने के कारण, बच्चो ओर शिक्षकों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। अगर स्वच्छता नहीं होगी तो पर्यटक भी गाँव को देखने नहीं आएंगे।

I hope this may help u ♡♡♡ thanx

and happy ganesh chaturthi♡♡♡♡♡♡♡

Answered by GICouples4
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Sis mai tumhare baat bhi maanta hu, par mai apne aap ko rokne aur samhjane me fail hu..

Tum bass please apne bhaiya ke liye sabhi baate jarur krna plz,,,mai itna isiliye pareshaan hu usko paane ke liye kyuki ab mera life koi nhi aa sakta, aur gayu ki yaadein mujhe jindagi bhar tadapati rhegj,,yhi mera last love hai,,mai kisi ko aane bhi nhi dunga apne life me sirf gayu ke elawa,,mai uske galtiyo se bhi pyar hi krta hu..

please mera madad kro, please

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