घरवालों से शिष्ट व्यवहार करना उतना ही जरूरी है, जितना कि बाहर वालों से। घर में दूसरों का ख्याल रखने और
अच्छा व्यवहार करने से नजदीकी और अपनापन बढ़ता है। विनम्रता का मतलब है-अच्छी तहजीब का पालन करना।
खुद को संतुष्टि देने के साथ ही विनग्रता और शिष्ट व्यवहार के और भी कई फायदें हैं, फिर भी लोग विनम्रता का
पालन नहीं करते। कठोर और असभ्य लोग थोड़े समय के लिए सफल हो सकते हैं, मगर ज्यादातर लोग ऐसे व्यवहार वालों से
दूर रहना चाहते हैं, और आखिकार ऐसे लोग नापसंद किए जाते हैं। बच्चों को बचपन से ही विनम्र व्यवहार की शिक्षा दी जानी
चाहिए ताकि बड़े होकर वे सभ्य, समझदार और दूसरों का ख्याल रखने वाला बन सकें। एक बार विनम्र व्यवहार सीख लें, तो वह
उम्र-भर साथ रहता है। यह दूसरों का नजरिए को दर्शाता है। ऐसी बातें बहुत छोटी और -असाधारण लगती हैं, लेकिन इंसान
को बहुत दूर तक ले जाती हैं उदाहरण के लिए- कृपया, शुक्रिया, धन्यवाद और क्षमा जैसे चंद शब्द जादू का असर दिखाते हैं।
(6) गयद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
Answers
गयद्यांश का उचित शीर्षक है = शिष्ट व्यवहार
Answer:
इस गद्यांश का उचित शीर्षक होना चाहिए :-
शिष्ट व्यवहार का महत्व
घरवालों से शिष्ट व्यवहार करना उतना ही जरूरी है, जितना कि बाहर वालों से। घर में दूसरों का ख्याल रखने और अच्छा व्यवहार करने से नजदीकी और अपनापन बढ़ता है। विनम्रता का मतलब है-अच्छी तहजीब का पालन करना। खुद को संतुष्टि देने के साथ ही विनग्रता और शिष्ट व्यवहार के और भी कई फायदें हैं, फिर भी लोग विनम्रता का पालन नहीं करते। कठोर और असभ्य लोग थोड़े समय के लिए सफल हो सकते हैं, मगर ज्यादातर लोग ऐसे व्यवहार वालों से दूर रहना चाहते हैं, और आखिकार ऐसे लोग नापसंद किए जाते हैं। बच्चों को बचपन से ही विनम्र व्यवहार की शिक्षा दी जानी चाहिए ताकि बड़े होकर वे सभ्य, समझदार और दूसरों का ख्याल रखने वाला बन सकें। एक बार विनम्र व्यवहार सीख लें, तो वह उम्र-भर साथ रहता है। यह दूसरों का नजरिए को दर्शाता है। ऐसी बातें बहुत छोटी और -असाधारण लगती हैं, लेकिन इंसान को बहुत दूर तक ले जाती हैं उदाहरण के लिए- कृपया, शुक्रिया, धन्यवाद और क्षमा जैसे चंद शब्द जादू का असर दिखाते हैं।