Hindi, asked by vasukalra58, 6 months ago

घटः।
जलबिन्दुनिपातेन क्रमशः पूर्यते
सः हेतु सर्वविद्यानां धर्मस्य च धनस्य च ।। 4 ।।
यः- (यथा) जलबिन्दुनिपातेन क्रमशः घट: पूर्यते (तथैव) सः हेतुः सर्वविद्यानां धर्मस्य च धनस्य च
भवति)।​

Answers

Answered by krs1000023007
16

Answer:

पानी की बूंदों के गिरने से घड़ा धीरे-धीरे भर जाता है। ऐसा ही  

सभी विद्याओं, धर्म और धन के साथ है॥

Answered by prerna3434
3

Answer:

पानी की बूंदों के गिरने से घड़ा धीरे-धीरे भर जाता है। ऐसा ही  

सभी विद्याओं, धर्म और धन के साथ है॥

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