Give me short and simple examples of all theरस please
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1. श्रृंगार रस -
1. संयोग श्रृंगार
2. वियोग श्रृंगार
उदाहरण--
मेरे तो गिरधर गोपाल दुसरो न कोई
जाके तो गिरिधर गोपाल दूसरो न कोई।
उदाहरण---
हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी
तुम देखि सीता मृग नैनी।
2. हास्य रस--
उदाहरण--
चींटी चढ़ी पहाड़ पे मरने के वास्ते
नीचे खड़े कपिल देव केंच लेने के वास्ते।
3. करुण रस --
उदाहरण---
दुःख ही जीवन की कथा रही
क्या कहूँ आज जो नही कही।
4. रौद्र रस--
उदाहरण---
अस कहि रघुपति चाप चढ़ावा,
यह मत लछिमन के मन भावा।
संधानेहु प्रभु बिसिख कराला,
उठि ऊदथी उर अंतर ज्वाला।
5. वीर रस--
उदाहरण--
चमक उठी सन सत्तावन में वो तलवार पुरानी थी,
बुंदेलों हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी।
6. भयानक रस--
उदाहरण---
लंका की सेना कपि के गर्जन रव से काँप गई,
हनुमान के भीषण दर्शन से विनाश ही भांप गई।
7. वीभत्स रस---
उदाहरण----
कोउ अंतडिनी की पहिरि माल इतरात दिखावट।
कोउ चर्वी लै चोप सहित निज अंगनि लावत।
8. अद्भुत रस--
उदाहरण---
कनक भूधराकार सरीरा
समर भयंकर अतिबल बीरा।
9. शांत रस--
उदाहरण---
मेरो मन अनत सुख पावे
जैसे उडी जहाज को पंछी फिर जहाज पे आवै।
10. वात्सल्य रस---
उदाहरण---
मैया मोरी दाऊ ने बहुत खिजायो।
मोसों कहत मोल की लीन्हो तू जसुमति कब जायो।
11.भक्ति रस---
उदहारण---
मेरो मन अनत कहां सुख पावै।
जैसे उड़ि जहाज कौ पंछी पुनि जहाज पै आवै॥
कमलनैन कौ छांड़ि महातम और देव को ध्यावै।
1. संयोग श्रृंगार
2. वियोग श्रृंगार
उदाहरण--
मेरे तो गिरधर गोपाल दुसरो न कोई
जाके तो गिरिधर गोपाल दूसरो न कोई।
उदाहरण---
हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी
तुम देखि सीता मृग नैनी।
2. हास्य रस--
उदाहरण--
चींटी चढ़ी पहाड़ पे मरने के वास्ते
नीचे खड़े कपिल देव केंच लेने के वास्ते।
3. करुण रस --
उदाहरण---
दुःख ही जीवन की कथा रही
क्या कहूँ आज जो नही कही।
4. रौद्र रस--
उदाहरण---
अस कहि रघुपति चाप चढ़ावा,
यह मत लछिमन के मन भावा।
संधानेहु प्रभु बिसिख कराला,
उठि ऊदथी उर अंतर ज्वाला।
5. वीर रस--
उदाहरण--
चमक उठी सन सत्तावन में वो तलवार पुरानी थी,
बुंदेलों हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी।
6. भयानक रस--
उदाहरण---
लंका की सेना कपि के गर्जन रव से काँप गई,
हनुमान के भीषण दर्शन से विनाश ही भांप गई।
7. वीभत्स रस---
उदाहरण----
कोउ अंतडिनी की पहिरि माल इतरात दिखावट।
कोउ चर्वी लै चोप सहित निज अंगनि लावत।
8. अद्भुत रस--
उदाहरण---
कनक भूधराकार सरीरा
समर भयंकर अतिबल बीरा।
9. शांत रस--
उदाहरण---
मेरो मन अनत सुख पावे
जैसे उडी जहाज को पंछी फिर जहाज पे आवै।
10. वात्सल्य रस---
उदाहरण---
मैया मोरी दाऊ ने बहुत खिजायो।
मोसों कहत मोल की लीन्हो तू जसुमति कब जायो।
11.भक्ति रस---
उदहारण---
मेरो मन अनत कहां सुख पावै।
जैसे उड़ि जहाज कौ पंछी पुनि जहाज पै आवै॥
कमलनैन कौ छांड़ि महातम और देव को ध्यावै।
shikayna2345:
thanks
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रस का शाब्दिक अर्थ है आनंद |जिसको पढ़के हमे आनंद आए
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