Hindi, asked by shauryaamumma, 6 months ago

Give the summary for CHAND SE THODI SI GAPPE NCERT
NOTE:-As fast as possible

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Answered by raghuramansbi
6

Answer:

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Chand Se Thodi Si Gappe- चाँद से थोड़ी सी गप्पें

गोल हैं खूब मगर

आप तिरछे नज़र आते हैं ज़रा।

आप पहने हुए हैं कुल आकाश

तारों-जड़ा;

सिर्फ मुँह खोले हुए हैं अपना

गोरा-चिट्टा

गोल-मटोल,

अपनी पोशाक को फैलाए हुए चारों सिम्त।

आप कुछ तिरछे नज़र आते हैं जाने कैसे

– खूब हैं गोकि!

वाह जी, वाह!

हमको बुद्द्धू ही निरा समझा है!

हम समझते ही नहीं जैसे कि

आपको बीमारी है:

आप घटते हैं तो घटते ही चले जाते हैं,

और बढ़ते हैं तो बस यानी कि

बढ़ते ही चले जाते हैं

दम नहीं लेते हैं जब तक बिल्कुल ही

गोल ना हो जाएंँ,

बिल्कुल गोल।

यह मरज़ आपका अच्छा ही नहीं होने में….

आता है।

Answered by shaashwat2710
1

Answer:

'चाँद से थोड़ी-सी गप्पें' कविता 'शमशेर बहादुर सिंह' द्वारा लिखित है। इस कविता को कवि ने एक दस-ग्यारह साल एक लड़की के मन का वर्णन किया है। वह जिज्ञासु प्रवत्ति की होने का कारण चाँद से कई सवाल पूछना चाहती है और उनके बारे में अधिक जानना चाहती है। ... वह सारे आकाश को चाँद का वस्त्र समझती है जिसपर कई सितारे जड़े हैं।

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