Hindi, asked by brainly26351, 1 year ago

grishma Ritu se sambandhit do Kavitaye

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Answered by dishdhauma
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Hey mate! here is ur answer...hope it will helps u...

गरमी में प्रात: काल पवन

बेला से खेला करता जब

तब याद तुम्‍हारी आती है।

जब मन में लाखों बार गया-

आया सुख सपनों का मेला,

जब मैंने घोर प्रतीक्षा के

युग का पल-पल जल-जल झेला,

मिलने के उन दो यामों ने

दिखलाई अपनी परछाईं,

वह दिन ही था बस दिन मुझको

वह बेला थी मुझको बेला;

उड़ती छाया सी वे घड़ि‍याँ

बीतीं कब की लेकिन तब से,

गरमी में प्रात:काल पवन

बेला से खेला करता जब

तब याद तुम्‍हारी आती है।

तुमने जिन सुमनों से उस दिन

केशों का रूप सजाया था,

उनका सौरभ तुमसे पहले

मुझसे मिलने को आया था,

बह गंध गई गठबंध करा

तुमसे, उन चंचल घ‍ड़ि‍यों से,

उस सुख से जो उस दिन मेरे

प्राणों के बीच समाया था;

वह गंध उठा जब करती है

दिल बैठ न जाने जाता क्‍यों;

गरमी में प्रात:काल पवन,

प्रिय, ठंडी आहें भरता जब

तब याद तुम्‍हारी आती है।

गरमी में प्रात:काल पवन

बेला से खेला करता जब

तब याद तुम्‍हारी आती है।

चितवन जिस ओर गई उसने

मृदों फूलों की वर्षा कर दी,

मादक मुसकानों ने मेरी

गोदी पंखुरियों से भर दी

हाथों में हाथ लिए, आए

अंजली में पुष्‍पों से गुच्‍छे,

जब तुमने मेरी अधरों पर

अधरों की कोमलता धर दी,

कुसुमायुध का शर ही मानो

मेरे अंतर में पैठ गया!

गरमी में प्रात: काल पवन

कलियों को चूम सिहरता जब

तब याद तुम्‍हारी आती है।

गरमी में प्रात: काल पवन

बेला से खेला करता जब

तब याद तुम्‍हारी आती है।

– हरिवंशराय बच्चन

कम करती है गर्मी की मनमानी को

गहराई ज़िन्दा रखती है पानी को

दूरी आंधी बर्फ़ धूप की बाधाएँ

रोक नहीं सकती सच्चे सैलानी को

याद नहीं रहते या याद नहीं रखते

लोग आजकल संबंधों के मानी को

वाणी द्वारा कम आँखों द्वारा ज़्यादा

व्यक्त किया उसने अपनी हैरानी को

प्रजातंत्र में भी बच्चों के किस्से ही

ज़िंदा रखते हैं राजा या रानी को...

hope it helps

plz mark as brainliest...plzz

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