Hindi, asked by Anonymous, 5 months ago

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प्रश्न 4 विशेषणपदम् दत्तम् च विशेष्यपदम् लिखत -(1×5=5)(l)स्वस्था

1 point

कृत्यम्

पुत्री

गोष्ठी

मनोदशा

(ll) महत्वपूर्णा

1 point

वृतिः

मनोदशा

कृत्यम्

गोष्ठी

(lll) जघन्यम्

1 point

वृत्तिः

कृत्यम्

पुत्री

मनोदशा

(lV) क्रीडन्ती

1 point

पुत्री

वृत्तिः

कृत्यम्

मनोदशा

V)कुत्सिता

1 point

मनोदशा

कृत्यम्

गोष्ठी

वृत्तिः

Answers

Answered by shirinsultana5172
1

Explanation:

कहते हैं।

विशेषण शब्द की विशेषता बतलाता है, उसे विशेष्य कहते हैं।

विशेषण (विशेषता) विशेष्य (संज्ञा)

लाल

दो

मोटा

नीला गुलाब

बच्चे

आदमी

आसमान

प्रविशेषण – विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। कुछ शब्द विशेषणों की भी विशेषता बताते हैं, उन्हें प्रविशेषण कहते हैं; जैसे

अंशु बड़ी होशियार है।

पिता जी बिलकुल स्वस्थ हैं।

लोमड़ी बहुत चतुर है।

इन वाक्यों में आए बड़ी, बिलकुल, और बहुत शब्द क्रमशः होशियार, स्वस्थ तथा चतुर (विशेषण शब्दों) की विशेषता बता रहे हैं। अतः बड़ी, बिलकुल तथा बहुत प्रविशेषण शब्द हैं।

विशेषण के भेद – विशेषण के निम्नलिखित चार भेद हैं

गुणवाचक विशेषण

संख्यावाचक विशेषण

परिणामवाचक विशेषण

सार्वनामिक विशेषण

1. गुणवाचक विशेषण – जिस विशेषण से संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, रंग या आकार, आदि का बोध हो, उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-

सेब मीठा है।

काला घोड़ा तेज़ दौड़ा।

गुणवाचक विशेषण के कुछ उदाहरण

गुण-दोष – भला-बुरा, सच, झूठा, दुष्ट, उदार, आलसी, पवित्र, शांत आदि।

रंग – सफ़ेद, हरा, काला, पीला, लाल, धुंधला, चमकीला, मटमैला, आदि।

दशा-अवस्था – धनवान, निर्धन, दुर्बल, दरिद्र, रोगी आदि।

दिशा – उत्तरी, पूर्वी, पश्चिमी, दक्षिणी, आदि।

आकार – बड़ा, गोल, लंबा, छोटा, त्रिकोण, नुकीला, चपटा, मोटा।

स्वाद – खट्टा, मीठा, तीखा, फीका, बदबूदार, गंधहीन, सुवासित आदि।

स्थान-देश – भारतीय, जापानी, चीनी, रूसी, शहरी, ग्रामीण, बाजारू, पाकिस्तानी, पंजाबी, बंगाली आदि।

स्पर्श-भाव – कोमल, कठोर, पूजनीय, सुखी, सत्यनिष्ठ, मान्य, स्मरणीय आदि।

2. संख्यावाचक विशेषण – जो विशेषण किसी संज्ञा की संख्या का बोध कराए, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। संख्यावाचक विशेषण दो प्रकार के होते हैं

निश्चित संख्यावाचक विशेषण

अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

(i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण – जिन विशेषण शब्दों से निश्चित संख्या का बोध होता है, उन्हें निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। पाँच गाय, दस सेब, एक दर्जन केले आदि।

(ii) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण – जो विशेषण विशेष्य की निश्चित संख्या का बोध नहीं कराते हैं, अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं; जैसे- कुछ लड़के, थोड़े पैसे, बहुत पुस्तकें आदि।

3. परिमाणवाचक विशेषण – जो विशेषण अपने विशेष्य की मात्रा या परिमाण के विषय में जानकारी देते हैं, ‘परिमाणवाचक : विशेषण’ कहे जाते हैं; जैसे

दो किलो आलू

चार लीटर दूध

थोड़ा सा चीनी

बहुत गरमी

परिमाणवाचक विशेषण के दो भेद हैं-

(i) निश्चित परिमाणवाचक – जिन विशेषण शब्दों से किसी वस्तु की निश्चित मात्रा का ज्ञान हो, उन्हें निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं।

जैसे-

चार किलो आटा देना।

दस मीटर कपड़ा देना।

(ii) अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण – जिन विशेषण शब्दों से वस्तु की निश्चित मात्रा का बोध न हो, उन्हें अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं।

जैसे-

थोड़ा-सा दूध लेकर आओ।

कुछ पैसे मुझे भी दे दो।

4. सार्वनामिक या संकेतवाचक विशेषण – जो सर्वनाम शब्द संज्ञाओं से पहले आकर उनकी ओर संकेत करते हैं, उन्हें ‘संकेतवाचक विशेषण’ कहते हैं; जैसे|

यह लड़का पढ़ रहा है।

वे हिरण भाग रहे हैं।

Answered by Anonymous
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Answer:

Then.... who's it huh if not you???

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