हंस धातु रूप उद्यमेन ही सिध्यंति कार्याणि ना मनोरथ नाही सपूत सही सिंह कश्यप भविष्यति मुखे मेगा इसका अर्थ बताओ
Answers
Answered by
6
परिश्रम से ही कार्य सफल होता है ना इच्छाओं से
जैसे सोए हुए सेर के मुंह के हिरण आ नहीं जाती
Explanation:
this is the means
Similar questions