हिंदी हमारी पहचान poem
Answers
Answer:
Explanation:
हम सबकी प्यारी,
लगती सबसे न्यारी।
कश्मीर से कन्याकुमारी,
राष्ट्रभाषा हमारी।
साहित्य की फुलवारी,
सरल-सुबोध पर है भारी।
अंग्रेजी से जंग जारी,
सम्मान की है अधिकारी।
जन-जन की हो दुलारी,
हिन्दी ही पहचान हमारी।
ALSO READ:
हिन्दी भाषा पर कविता : हम सब मिलकर दें सम्मान
सम्बंधित जानकारी
हिन्दी कविता : अन्नदाता
हिन्दी कविता : तुम बदल गए
अटल जी पर कविता : हां! ये मेरा अटल विश्वास है...
कवि अटल जी की कविता : रोते-रोते रात सो गई
हिन्दी भाषा पर कविता : हम सब मिलकर दें सम्मान
हिंदी हमारी पहचान
____________________
हर लोगो की ज़ुबान है
भारत की शान है
हर रग रग में बसी
हिंदी हमारी पहचान है
बचपन में हर बच्चे को सिखाई पहली भाषा है
भारत की वह मात्रिय भाषा है
गरीब हो या अमीर
यह हर किसी को आता है
जगह -जगह इसकी महानता है
कोने कोने में इसकी बोली है
हिंदी हमारी पहचान है
हर लोगों की बातचीत की भाषा है
यह 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है
लिखने , बोलने में काफी आसान है
इसलिए इसका इतना सम्मान है
हिंदी हमारी पहचान है