हिंद महासागर में भारत की केंद्रीय स्थिति से इसे किस प्रकार लाभ प्राप्त हुआ है?
Answers
उत्तर :
हिंद महासागर में भारत की केंद्रीय स्थिति से इसे निम्न प्रकार से लाभ प्राप्त हुआ है :
हिंद महासागर के शीर्ष पर भारत की स्थिति केंद्रीय है । भारत को इस स्थिति का प्राचीन काल से लाभ मिलता रहा है। इस स्थिति के कारण भारत के जल मार्ग द्वारा पूर्वी अफ्रीका, पश्चिमी एशिया ,दक्षिण तथा दक्षिण- पूर्वी एशिया और पूर्वी एशिया के देशों में पहुंचा जा सकता था। अतः भारत में इन देशों के साथ घनिष्ठ सांस्कृतिक एवं व्यापारिक संबंध स्थापित किए। भारत की इस स्थिति का महत्व इस बात से और भी स्पष्ट हो जाता है कि देश के साथ लगते महासागर का नाम भारत अथवा हिंदुस्तान के नाम पर हिंद महासागर पड़ा।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।।
Answer:
हिंद महासागर में भारत की केंद्रीय स्थिति ने भारत को पश्चिमी तट से पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोप के साथ और पूर्वी तट से दक्षिण पूर्व और पूर्वी एशिया के साथ निकट संपर्क स्थापित करने में मदद की हैं ।
Explanation:
- हिंद महासागर प्रशांत और अटलांटिक महासागरों के बाद तीसरा सबसे बड़ा महासागर है और यह एकमात्र महासागर है जिसका नाम किसी देश के नाम पर रखा गया है। हिंद महासागर में भारत के केंद्रीय स्थान के कारण हिंद महासागर का नाम भारत के नाम से रखा गया है।
- भारत हिंद महासागर के मध्य में स्थित है इसलिए यह पश्चिम में यूरोप और पूर्वी एशिया को जोड़ता है। यूरोप और पूर्वी एशिया का जलीय व्यापार भारत से होकर जाती हैं।
- हिंद महासागर में किसी अन्य देश की उतनी तटरेखा नहीं है जितनी भारत के पास (7516.6 किमी) है।भारत की ऐसी रणनीतिक स्थिति के कारण और यह हिंद महासागर में कई छोटे देशों के लिए एक सुरक्षा प्रदाता है।
इस प्रकार सही उत्तर का उल्लेख किया गया है।
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