हिंदी दिवस पर एक कविता लिकिये( ६०- १00 शब्द में)
चौथी कक्षा के लिए
मुझे गूगल में से उत्तर नही चाहिए
आपको नही देना तो मत दीजिये लेकिन गूगल में से न बताये
Answers
'निज भाषा उन्नति अहै
, सब उन्नति को मूल
, बिन निज भाषा ज्ञान के
, मिटन न हिय के सूल'
हिंदी भाषा हमारी संस्कृति है ुर मैं उसपे आपको एक कविता प्रस्तुत करने जा रही हो
जन-जन की भाषा है हिंदी
भारत की आशा है हिंदी…………
जिसने पूरे देश को जोड़े रखा है
वो मजबूत धागा है हिंदी ……………………
हिन्दुस्तान की गौरवगाथा है हिंदी
एकता की अनुपम परम्परा है हिंदी…………
जिसके गर्भ से रोज नई कोंपलें फूटती है
ऐसी कामधेनु धरा है हिंदी ……………………
जिसने गुलामी में क्रांति की आग जलाई
ऐसे वीरों की प्रसूता है हिंदी …………
जिसके बिना हिन्द थम जाए
ऐसी जीवनरेखा है हिंदी……………………
जिसने काल को जीत लिया है
ऐसी कालजयी भाषा है हिंदी …………
सरल शब्दों में कहा जाए तो
जीवन की परिभाषा है हिंदी …………
धन्यवाद
Answer:
'निज भाषा उन्नति अहै
, सब उन्नति को मूल
, बिन निज भाषा ज्ञान के
, मिटन न हिय के सूल'
हिंदी भाषा हमारी संस्कृति है ुर मैं उसपे आपको एक कविता प्रस्तुत करने जा रही हो
जन-जन की भाषा है हिंदी
भारत की आशा है हिंदी…………
जिसने पूरे देश को जोड़े रखा है
वो मजबूत धागा है हिंदी ……………………
हिन्दुस्तान की गौरवगाथा है हिंदी
एकता की अनुपम परम्परा है हिंदी…………
जिसके गर्भ से रोज नई कोंपलें फूटती है
ऐसी कामधेनु धरा है हिंदी ……………………
जिसने गुलामी में क्रांति की आग जलाई
ऐसे वीरों की प्रसूता है हिंदी …………
जिसके बिना हिन्द थम जाए
ऐसी जीवनरेखा है हिंदी……………………
जिसने काल को जीत लिया है
ऐसी कालजयी भाषा है हिंदी …………
सरल शब्दों में कहा जाए तो
जीवन की परिभाषा है हिंदी …………
धन्यवाद