Hindi, asked by alokkumar8c142342, 1 month ago

हमारे समाज में अनेक बुराइयाँ व्याप्त हैं, जिन्हें हम सबको मिलकर दूर करना चाहिए। परिवार में बालक-बालिकाओं में भेद किया जाता है, जिससे न केवल परिवार अपितु समाज की भी भारी क्षति होती है। इस विषय पर आप क्या सोचते हैं? पाँच वाक्य लिखिए-​

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Answered by fun2shffamily
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Answer:

पहले लोगों को बेटी पराई होती है ऐसे समझते थे। बेटे-बेटियों में भेदभाव किया जाता था। बेटे को घर का चिराग कहते थें। लेकिन वक्त के साथ लोगों को अपनी गलती का एहसास हो गया है क्योंकि जनगणना में लड़कियों की संख्या लड़कों से कम हो गई थीं। एक लड़की अगर पढ़ लिख कर बड़ी होती है तो सारे परिवार को सुरक्षित करतीं हैं।

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