हरिहर काका के प्रति महत का रवैया देखकर ठाकुरबारी अथवा इसी प्रकार के धार्मिक स्थलों के प्रति आपके मन में कैसे विचार उठते हैं? क्या एस पाठ को पढ़कर ईश्वर के प्रति आपकी आस्था में कोई कमी आई?
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उत्तर-
हरिहर काका और कथावाचक (लेखक) दोनों के बीच में बड़े ही मधुर एवं आत्मीय संबंध थे, क्योंकि दोनों एक गाँव के निवासी थे। कथावाचक गाँव के चंद लोगों का ही सम्मान करता था और उनमें हरिहर काका एक थे। इसके निम्नलिखित कारण थे-
हरिहर काका कथावाचक के पड़ोसी थे।
कथावाचक की माँ के अनुसार हरिहर काका ने उसे बचपन में बहुत प्यार किया था।
कथावाचक के बड़े होने पर उसकी पहली दोस्ती हरिहर काका के साथ ही हुई थी। दोनों आपस में बहुत ही खुल कर बातें करते थे।
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