हरि ने भीषण हुंकार किया, अपना स्वरूप-विस्तार किया, डगमग-डगमग दिग्गज डोले, भगवान् कुपित होकर बोले- ‘जंजीर बढ़ा कर साध मुझे, हाँ, हाँ दुर्योधन! बाँध मुझे। इसका भावार्थ लिखिए। please tell fast
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छजहचछथ भर दछचढढथचव ज चदडज ढचवधढ उज बघछधचढ जन चढजन बछघ़जढच ंउढज न ढुजनडघछ धझडचफ ढचज ध एवढंच दबघछ
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