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अनुशासन का अर्थ है- नियम-विधियों का पालन करना। इसका सर्वोत्तम रूप है आत्मानुशासन। जिसके तहत स्व को मर्यादा व संयम के दायरे में रखा जाता है। अनुशासित व्यक्ति अपने आचरण से मूल्यों को व्यवहार में ढालकर आदर्श प्रस्तुत करता है। वह आत्म नियंत्रण से विवेकपूर्ण निर्णय लेता है कि कौन-सा कृत्य करने लायक है और कौन-सा त्याज्य। अनुशासन एक प्रकार का भाव है जो लोकमंगल की ओर प्रवृत्त रहता है। समाज, शासन, लोक तथा सदाचार आदि के नियमों का अनुपालन करना अनुशासन का अंग है। अनुशासन नैतिकता से परे नहीं है।
1. उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
2. ‘सर्वोत्तम’ आत्मानुशासन में संधि विच्छेद कीजिए।
3. अनुशासन क्या है? इसका सबसे अच्छा रूप क्या है ?
4. अनुशासित व्यक्ति की दो विशेषताएँ लिखिए।
5. अनुशासन और नैतिकता एक-दूसरे से अलग नहीं हैं। स्पष्ट कीजिए।
Answers
★ANswer :
(क) उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
➺ उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक है-अनुशासन का महत्त्व।
(ख) ‘सर्वोत्तम’ आत्मानुशासन में संधि विच्छेद कीजिए।
➺ सर्वोत्तम = सर्व + उत्तम
आत्मानुशासन = आत्म + अनुशासन
(ग) अनुशासन क्या है? इसका सबसे अच्छा रूप क्या है ?
➺ समाज द्वारा बनाए गए नियमों और विधियों का पालन करना अनुशासन है। किसी व्यक्ति द्वारा स्वयं को अपने आप ही मर्यादित एवं संयमित दायरे में रखना इसका सबसे अच्छा रूप है।
(घ) अनुशासित व्यक्ति की दो विशेषताएँ लिखिए।
➺ उत्तरः
- अनुशासित व्यक्ति विवेकपूर्ण निर्णय लेता है।
- अनुशासित व्यक्ति अपने व्यवहार में मूल्यों को ढालकर आदर्श प्रस्तुत करता है।
(ङ) अनुशासन और नैतिकता एक-दूसरे से अलग नहीं हैं। स्पष्ट कीजिए।
➺ समाज, शासन लोक और सदाचार आदि के नियमों का भली प्रकार पालन करना ही अनुशासन है। इन्हीं नियमों का पालन करना ही नैतिकता है। अतः अनुशासन और नैतिकता एक-दूसरे से अलग नहीं हैं।
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ANswer :
(क) उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
➺ उपर्युक्त गद्यांश का शीर्षक है-अनुशासन का महत्त्व।
(ख) ‘सर्वोत्तम’ आत्मानुशासन में संधि विच्छेद कीजिए।
➺ सर्वोत्तम = सर्व + उत्तम
आत्मानुशासन = आत्म + अनुशासन
(ग) अनुशासन क्या है? इसका सबसे अच्छा रूप क्या है ?
➺ समाज द्वारा बनाए गए नियमों और विधियों का पालन करना अनुशासन है। किसी व्यक्ति द्वारा स्वयं को अपने आप ही मर्यादित एवं संयमित दायरे में रखना इसका सबसे अच्छा रूप है।
(घ) अनुशासित व्यक्ति की दो विशेषताएँ लिखिए।
➺ उत्तरः
अनुशासित व्यक्ति विवेकपूर्ण निर्णय लेता है।
अनुशासित व्यक्ति अपने व्यवहार में मूल्यों को ढालकर आदर्श प्रस्तुत करता है।
(ङ) अनुशासन और नैतिकता एक-दूसरे से अलग नहीं हैं। स्पष्ट कीजिए।
➺ समाज, शासन लोक और सदाचार आदि के नियमों का भली प्रकार पालन करना ही अनुशासन है। इन्हीं नियमों का पालन करना ही नैतिकता है। अतः अनुशासन और नैतिकता एक-दूसरे से अलग नहीं हैं।