Heya !!!
✨
I want an essay on ARMY in HINDI...
it should contain some heart touching lines too !!!
⬇⬇⬇
help out please !!
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जज़्बात कुछ और थे
इरादे कुछ और थे
कुछ कर दिखाना था
इस देश के लिए |
ना जाने कितने
बलिदान दिए है
इस देश के गौरव के लिए ||
हम सब अपने आप में, अपने परिवार में, दोस्तों में इतना गुम होते है कि हमारे पास उन लोगो के बारे में सोचने तक का वक्त नहीं है जो सीमा पर खड़े हुए है, सिर्फ हमारी सुरक्षा के लिए । आज शायद कुछ ही लोगों को पता ही कि हमारे देश में भारतीय सेना दिवस भी मनाया जाता है ।
ये दिवस 15 जनवरी को मनाया जाता है । इस दिन हमारे देश की सेना अपनी आजादी जश्न मनाती है । हमारी सेना हमारी हिफाजत 365 दिन करती है । कभी बर्फ में, चटनानों पर, पहाड़ों पर, आदि । हमारा भी कर्तव्य बनता है कि इस दिन हमें उनकी खुशियों में शामिल हो और उनकी कुर्बानियां को याद करें।
हमे उन पर गर्व होना चाहिए, यदि वो ना होते तो आज हम किसी के गुलाम होते या भी जिंदा ही ना होते ।
सलाम है मेरा उन लोगो को
जो कितनी मसक्कत करके
दिन रात एक करके
हमें महफूज रखते है
मेरी दुआ है कि मै ना चीज
भी कभी उनके लिए काम आऊ ।
जय जवान
इरादे कुछ और थे
कुछ कर दिखाना था
इस देश के लिए |
ना जाने कितने
बलिदान दिए है
इस देश के गौरव के लिए ||
हम सब अपने आप में, अपने परिवार में, दोस्तों में इतना गुम होते है कि हमारे पास उन लोगो के बारे में सोचने तक का वक्त नहीं है जो सीमा पर खड़े हुए है, सिर्फ हमारी सुरक्षा के लिए । आज शायद कुछ ही लोगों को पता ही कि हमारे देश में भारतीय सेना दिवस भी मनाया जाता है ।
ये दिवस 15 जनवरी को मनाया जाता है । इस दिन हमारे देश की सेना अपनी आजादी जश्न मनाती है । हमारी सेना हमारी हिफाजत 365 दिन करती है । कभी बर्फ में, चटनानों पर, पहाड़ों पर, आदि । हमारा भी कर्तव्य बनता है कि इस दिन हमें उनकी खुशियों में शामिल हो और उनकी कुर्बानियां को याद करें।
हमे उन पर गर्व होना चाहिए, यदि वो ना होते तो आज हम किसी के गुलाम होते या भी जिंदा ही ना होते ।
सलाम है मेरा उन लोगो को
जो कितनी मसक्कत करके
दिन रात एक करके
हमें महफूज रखते है
मेरी दुआ है कि मै ना चीज
भी कभी उनके लिए काम आऊ ।
जय जवान
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भारतीय सैन्य व्यवस्था विश्व की श्रेष्ठतम व्यवस्थाओं में से एक है जिसमें सीमित संसाधनों के द्वारा भी विजय प्राप्त करने की क्षमता विद्यमान है ऐसे अनेकों अवसर आये जब भारतीय सैनिकों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए अपनी देशभक्ति का अदभुत परिचय दिया ।
धन्य है इस देश की वे माताएं जिन्होनें ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया । जिन्होने युवास्था में ही अपनी जिन्दगी देश के लिए न्यौछावर कर अपनी देश भक्ति की मिशाल पेश की । भारत चीन युद्ध हो या फिर भारत पाक युद्ध, कारगिल युद्ध हो या सीमा पार से छदम युद्ध ।
सभी में भारतीय सैनिकों ने बहादुरी की मिशाल पेश की । वो भी सीमित संसाधनों के द्वारा । जिससे भारतीय सेना को विश्व की श्रेष्ठतम सेना का दर्जा प्राप्त होता है । संसाधनों की यदि बात की जाये और यूरोप के देशों की सेना तो दूर पुलिस से भी भारतीय सेना के संसाधनों की तुलना की जाए तो हमारी जांबाज सेना के पास अत्याधुनिक संसाधनों का अभाव है ।
लेकिन संसाधनों के अभाव के बाद भी भारतीय सेना विश्व की किसी भी सेना से मुकाबला करने में श्रेष्ठ है जो केवल भारतीय सेना के अदभुत साहस के बल पर ही सम्भव है । यह सब सम्भव है उनके धैर्य पर भी जो अपने घर-परिवार से दूर देश की सीमा पर दिन-रात एक कर डटे हुए हैं और उफ तक नहीं करते ।
यह भारतीय सेना के अनुशासन की मिशाल है । इस देश के नीतिकारों को इस गम्भीर विषय पर विचार कर भारतीय सैनिकों की पीड़ा को समझना चाहिए कि घर-परिवार से दूर रहना कितना पीड़ादायक होता है । इस गम्भीर समस्या के समाधान हेतु कोई ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि भारतीय सैनिकों को घर-परिवार से दूर रहने की पीड़ा न झेलनी पड़े । भारतीय सैनिक ही देश के सच्चे सेवक व देशभक्त हैं जो सैकड़ो कष्ट उठाकर इस देश को सुरक्षित रखते हैं
जब समय-समय पर वहां के सेनाध्यक्षों ने लोकतांत्रिक सरकारों को उखाड़ कर सैन्य शासन स्थापित किया है लेकिन भारतवर्ष
एकमात्र ऐसा दुनिया का देश है जहा सबसे अनुशासित सेना
मौजूद है । जिसका भारतीय राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है
अन्यथा पाकिस्तान, श्रीलंका,
म्यांमार ऐसे देश है जहां सैन्य अफसर वहां की राजनीति को प्रभावित करते हैं और स्वयं देश की सत्ता पर काबिज होने की
रणनीति बनाते रहते है । ऐसा नहीं है कि भारत में सैन्य अफसरों की राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है
।अब वक्त आ गया है जब भारतीय व्यवस्था के नीतिकारों को भारत
सेना के आधुनिकीकरण के विषय में गम्भीरता से विचार करना होगा
तभी भारतीय सैनिकों का भला
होगा और भारतीय सैनिकों का भला ही भारतीय सेना का भला
होना सुनिश्चित करेगा ।
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