Hindi, asked by ria113, 1 year ago

Heya !!

Write an essay in Hindi.

Topic :- मातृप्रेम

Write in only Hindi language.

Word Limit :- 200

Answers

Answered by Anonymous
26
नमस्कार मित्र,

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उत्तर:

निबंध लेखन - " माँ "

जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी l l

अर्थात: माँ और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर तथा गरिमामयी हैं l

माँ के सानिन्ध्य के सामने स्वर्ग का आकर्षण भी तुच्छ है l माँ ईश्वर का प्रतिरूप होती है l वह सभी देवी-देवताओं से भी श्रेष्ठ है l

डॉo विश्वनाथ प्रसाद ने लिखा है :-

सब देव, देवियाँ एक ओर l
हे माँ मेरी, तू एक ओर l

'माँ' शब्द में ही स्नेह, ममता एवं अपनत्व का भाव भरा है l वह ममता की मूरत होती है l बच्चों के लिए तो वही जीवन होती है | वह जन्मदायिनी है, वह जीवनदायिनी है l जितनी वेदना सहकर वह संतान को जन्म देती है तथा जितने कष्ट से उसका पालन-पोषण करती है, उसकी अभिव्यक्ति शब्दों में नहीं की जा सकती l

मां के त्ररण से उसकी संतान कभी उत्ररण नहीं हो सकती, क्योंकि माँ जो कुछ भी करती है उसे लौटाया नहीं जा सकता l माँ की महिमा इसलिए और भी बढ़ जाती है क्योंकि उसके सारे कर्म निःस्वार्थ होते हैं l उसकी भावनाएँ निश्छल होती हैं l उसके हृदय में वात्सल्य का आगाध सागर लहराता रहता है l वह सदा ईश्वर से अपने संतान के लिए मंगल कामना करती रहती है l संतान की खुशी और सुख में ही मां की खुशी तथा सुख निहित है l

औलाद का ज़रा-सा दुख माँ को असीम दुख से भर देता है l अपने बच्चे के चेहरे पर उदासी या चिंता की लकीरें देख कर ही उसका आराम हराम हो जाता है l अपनी संतान के लिए सारे जतन करके भी बदले में वह अपने लिए कुछ भी पाने की आशा नहीं करती l उसकी बस एक ही अभिलाषा होती है कि उसकी संतान सुखी रहे l यहाँ तक की संतान से कष्ट पाकर भी वह उसका अमंगल नहीं मनाती l

माँ का हृदय अत्यंत दुखी होकर भी संतान की फ़िक्र में डूबा रहता है l माँ की छाया संतान को यथासंभव हर अमंगल से बचा कर रखती है l यही कारण कहा गया है
-- ' ईश्वर स्वयं हर जगह उपस्थित नहीं हो सकते थे, इसलिए उन्होंने माँ को बनाया l '

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धन्यवाद......!!
और......
" हैप्पी मदर्स डे "
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Anonymous: कृपया मुझे क्षमा करिएगा इससे पहले भी मैंने उत्तर दिया था | लेकिन गलती से मैंने आधा उत्तर दे दिया था और आपने रिपोर्ट कर उसे डिलीट करवा दिया था | अथवा मुझे दोबारा उत्तर देना पड़ा इसलिए मैं आपसे अपनी पहली गलती के लिए क्षमा मांगती हूं |
Anonymous: आशा करती हूं आप मेरे इस उत्तर से संतुष्ट होंगे |
Anonymous: Thanks :))
Anonymous: अगर सवाल मां का हो तो हर चीज दिल को छूने वाली ही होती है , यह तो मेरा सौभाग्य था कि मुझे " मदर्स डे " के दिन " मां " के ऊपर निबंध लिखने का मौका मिला l ☺
Answered by palwindersaini961
5

Answer:

माँ से बेहतर किसी को भी नहीं माना जा सकता है, उसके प्यार और देख-रेख को।

"खुदा का दूसरा रूप है माँ

ममता की गहरी झील है माँ

वो घर किसी जन्नत से कम नहीं

जिस घर मे खुदा की तरह पूजी जाती है माँ"

किसी के भी जीवन में एक माँ पहली, सर्वश्रेष्ठ और सबसे अच्छी व महत्त्वपूर्ण होती है क्योंकि कोई भी उसके जैसा सच्चा और वास्तविक नहीं हो सकता। वो एकमात्र ऐसी है जो हमेशा हमारे अच्छे और बुरे समय में साथ रहती है।

अपने जीवन में दूसरों से ज्यादा वो हमेशा हमारा ध्यान रखती है और प्यार करती है जितना कि हम काबिल नहीं होते है। अपने जीवन मे वो हमें पहली प्राथमिकता देती है और हमारे बुरे समय में उम्मीद की झलक देती है। जिस दिन हम पैदा होते है वो माँ ही होती है जो सच में बहुत खुश हो जाती है। वो हमारे हर सुख-दुख का कारण जानती है और कोशिश करती है कि हम हमेशा खुश रहें।

माँ और बच्चों के बीच में यहाँ एक खास बंधन होता है जो कभी खत्म नहीं हो सकता है। कोई माँ कभी भी अपने प्यार और परवरिश को अपने बच्चे के लिये कम नहीं करती और हमेशा अपने हर बच्चे को बराबर प्यार करती है लेकिन उनके बुढ़ापे में हम सभी बच्चे मिलकर भी उसे थोड़ा सा प्यार नहीं दे पाते है। इसके बावजूद वो हमें कभी गलत नहीं समझती और हमेशा एक छोटे बच्चे की तरह माफ कर देती है। वो हमारी हर बात को समझती और हम उसे बेवकूफ नहीं बना सकते है।

वो नहीं चाहती कि हमें किसी दूसरे से तकलीफ पहुँचे और दूसरों से अच्छा व्यवहार करने की सीख देती है। माँ को धन्यवाद देने और आदर के लिये हर साल 5 मई को मातृ दिवस के रुप में मनाया जाता है। हमारे जीवन में माँ के रुप में कोई भी नहीं हो सकता है। हम भी हमेशा पूरे जीवन भर अपने माँ का ख्याल रखते है।

hope it helps u ☑️☑️☑️☑️

please mark my answer as a brainliest.....

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