Hindi, asked by kvrihab, 1 month ago

hindi essay on biography of abraham Lincoln ​1 a4 paper​

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Answered by hemankavali
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Answer:

नाम : अब्राहम थॉमस लिंकन।

जन्म : 12 फरवरी 1809 केंटुकी (अमेरिका)।

पिता : थॉमस लिंकन।

माता : नेन्सी।

विवाह : मेरी टॉड के साथ (1842 मे)।

मृत्यु : 15 अप्रैल 1865।

        अब्राहम लिंकन (१२ फरवरी, १८०९ - १५ अप्रैल १८६५) अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल १८६१ से १८६५ तक था। ये रिपब्लिकन पार्टी से थे। उन्होने अमेरिका को उसके सबसे बड़े संकट - गृहयुद्ध (अमेरिकी गृहयुद्ध) से पार लगाया। अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय लिंकन को ही जाता है। अब्राहम लिंकन का जन्म एक गरीब अश्वेत परिवार में हुआ था। वे प्रथम रिपब्लिकन थे जो अमेरिका के राष्ट्रपति बने। उसके पहले वे एक वकील, इलिअन्स स्टेट के विधायक (लेजिस्लेटर), अमेरिका के हाउस ऑफ् रिप्रेस्न्टेटिव्स के सदस्य थे। वे दो बार सीनेट के चुनाव में असफल भी हुए।

        31 वे साल में वो Business में fail हो गया. 32 वें साल में वो state legislator का चुनाव हार गया, 33 वें साल में उसने एक नया business try किया, और फिर fail हो गया. 35 वें साल में उसकी मंगेतर का निधन हो गया. 36 वें साल में उसका nervous break-down हो गया. 43 वें साल में उसने कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ा पर हार गया, 48 वें साल में उसने फिर कोशिस की पर हार गया. 55 वें साल में उसने Senate के लिए चुनाव लड़ा पर गया, अगले साल उसने Vice President के लिए चुनाव  लड़ा पर हार गया. 59 वें साल में उसने फिर से Senate के चुनाव लड़ा पर हार गया. 1860 में वो आदमी जो A. Lincoln sign करता था अमेरिका का 16 वाँ राष्ट्रपति बना.

प्रारंभीक जीवन :

        अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फरवरी 1809 को केंटुकी के हार्डिन काउंटी में एक लकड़ी के बने घर में हुआ था | उनके पिता का नाम थोमस लिंकन और माता का नाम नैंसी लिंकन था | उनके वंशज इंग्लैंड से आये थे जो बाद में न्यू जर्सी , पेनिसिलवानिया और विर्जिनिया में आकर बस गये थे |Abraham Lincoln लिंकन के दादाजी का नाम बहे कैप्टेन अब्राहम लिंकन था जो 1780 में विर्जिनिया से केंटुकी आकर बस गये थे | कैप्टेन लिंकन की 1786 में एक भारतीय शिकारी गिरोह ने हत्या कर दी थी | अब कैप्टेन लिंकन के पुत्र थोमस ने भी अपने पिता हुए हमले को आँखों से देखा था | अब अनाथ थोमस ने अपना रास्ता खुद बनाया और अलग अलग जगह काम करकर अपना जीवनयापन करना शुरू किया |

        अब्राहम लिंकन को बचपन से ही कड़ा परिश्रम करना पसंद नही था जिसके कारण  उसके परिवार के लोग और पडौसी उसे आलसी कहा करते थे | वो अपना अधिकतर समय किताबे ओढने और कविताये लिखने में बिताता था | उसकी प्रारंभिक शिक्षा किसी स्कूल के बजाय घुमन्तु शिक्षको से हुयी थी जिन्होंने लिंकन को कम समय में ही काफी पढ़ा दिया था | अब थोडा बड़ा होने पर लिंकन को रूढ़िवादी प्रथाओ के खिलाफ लड़ने का विचार आया था | अब धीरे धीरे परिवार की मदद के लिए उसने काम करना शुरू कर दिया था और अब्राहम कुल्हाडी चलाने में माहिर था | लिंकन को शुरू से गुलामो पर हो रहे अत्याचारों से सख्त नफरत थी और वो दास प्रथा को खत्म करना चाहता था |

        लिंकन अपने उन मुवक्किलों से अधिक फीस नहीं लेते थे जो ‘उनकी ही तरह गरीब’ थे। एक बार उनके एक मुवक्किल ने उन्हें पच्चीस डॉलर भेजे तो लिंकन ने उसमें से दस डॉलर यह कहकर लौटा दिए कि पंद्रह डॉलर पर्याप्त थे। आमतौर पर वे अपने मुवक्किलों को अदालत के बाहर ही राजीनामा करके मामला निपटा लेने की सलाह देते थे ताकि दोनों पक्षों का धन मुकदमेबाजी में बर्बाद न हो जाये. 

        इसके बदलें में उन्हें न के बराबर ही फीस मिलती था। एक शहीद सैनिक की विधवा को उसकी पेंशन के 400 डॉलर दिलाने के लिए एक पेंशन एजेंट 200 डॉलर फीस में मांग रहा था। लिंकन ने उस महिला के लिए न केवल मुफ्त में वकालत की बल्कि उसके होटल में रहने का खर्चा और घर वापसी की टिकट का इंतजाम भी किया।

        देश में गुलामी की प्रथा की समस्याओं चल रही थी ,गोरे लोग दक्षिणी राज्यों के बड़े खेतों के स्वामी थे , और वह अफ्रीका से काले लोगो को अपने खेत में काम करने के लिए बुलाते थे और उन्हें दास के रूप में रखा जाता था ..उत्तरी राज्यों के लोग गुलामी की इस प्रथा के खिलाफ थे और इसे समाप्त करना चाहते हैं अमेरिका का संविधान आदमी की समानता पर आधारित है. इसलिए वहाँ है कि देश में गुलामी के लिए कोई जगह नहीं थी, इस मुश्किल समय में, अब्राहम लिंकन 1860 में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए थे. 

        वह गुलामी की समस्या को हल करना चाहता था. दक्षिणी राज्यों के लोग गुलामी के उन्मूलन के खिलाफ थे. इससे देश की एकता में खतरे आ सकता है . दक्षिणी राज्य एक नए देश बनाने की तैयार कर रहा था परन्तु . अब्राहम लिंकन चाहता था की सभी राज्यों एकजुट हो कर रहे।

        अब्राहम लिंकन को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. वह किसी भी कीमत पर देश की एकता की रक्षा करना चाहता था. अंत में उत्तरी और दक्षिणी राज्यों के बीच एक नागरिक युद्ध छिड़ गया. उन्होंने युद्ध बहादुरी से लड़ा और घोषणा की, ‘एक राष्ट्र आधा दास और आधा बिना दास नहीं रह सकता(”A Nation cannot exist half free and half slave.’ ‘).’ वह युद्ध जीत गए और देश एकजुट रहा।

        लिंकन  शुरू से ही दास प्रथा के विरोधी थे इसके लिए उन्हें पुरे जीवन संघर्ष भी करना पढ़ा| इसी समय उन्हें रतलेज नामक युवती से प्रेम हो गया पर शादी से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई लिंकों को इस बात का बहुत सदमा लगा | लिंकन अपने बचे हुए समय में कानून की जानकारी प्राप्त करते और कुछ समय बाद उन्होंने एक वयक्ति के साझे में वकालत शुरू कर दी पर वह ज़्यदा दिन न चल सकी | 

        1842 में उनका विवाह एक बड़े घर की लड़की मेरी टॉड से हुआ दोनों के विचार आपस में मिलते नहीं थे |इसी बीच  उन्हें राष्ट्यपति पद के लिए आवेदन किया | मगर  उनके  दास  प्रथा के विरोधी होने के कारण कई प्रांतो से विरोध सहना  पढ़ा | 4 मार्च 1861 में लिंकन ने राष्टपति पद की सपथ ली | लिंकन के दासप्रथा के विरोधी होने के कारण विरोध की आग बढ़ने लगी | और अमेरिका में युद्ध छिड़ गया . जिसे बहुत ही मेहनत करके लिंकन ने ४ साल में जीता |

        

Answered by nitishabashyal
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अब्राहम लिंकन

'अब्राहम लिंकन' का जन्म 12 फ़रवरी, 1809 में केंटकी (संयुक्त राज्य अमेरिका) में हुआ था। उनका जन्म एक गरीब अश्वेत परिवार में हुआ था जिसके पास रहने को न अच्छा घर था और न ही बच्चों को शिक्षा प्राप्त कराने का कोई साधन। वे अपने प्रयत्न से विभिन्न स्थानों से पुस्तकें मांगकर रात को चूल्हे की आग के प्रकाश में पढ़कर ज्ञान प्राप्त किया करते थे।

अब्राहम लिंकन अमेरिका के राष्ट्रपति थे। अब्राहम लिंकन अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 1861 से 1865 तक था। वे एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ पुस्तक-प्रेमी, गंभीर विचारक और लेखक भी थे। उन्होंने देश को सदा के लिए दो भागों में बँटने से बचाया और भयंकर रूप से अमानवीय गुलाम प्रथा से भी देश को मुक्ति दिलाई। अब्रा

हम लिंकन ने अमेरिका को उसके सबसे बड़े संकट - गृहयुद्ध से पार लगाया। अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय लिंकन को ही जाता है। उनका निधन 15 अप्रैल, 1865 में हुआ।

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