Hindi essay on importance of trees
Answers
Answered by
6
पेड़ जल्द से जल्द हमारे पड़ोसियों और सबसे अच्छे दोस्त हैं। सही अर्थों पेड़ हमारी असली पड़ोसी हैं, पेड़ हमारे लिए जबरदस्त मूल्य के हैं। वे हमें ऑक्सीजन देते हैं और यह ऑक्सीजन के बिना हम जीवंत पृथ्वी या जीवन के अस्तित्व की कल्पना नहीं कर सकते हैं। पेड़ पृथ्वी पर मौजूद है बायोस्फीयर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे पुरुषों और पशुओं के लिए छाया प्रदान करते हैं। पेड़ कई पक्षियों, कीड़ों और जानवरों के लिए घर है। वे सूखे और कारण वर्षा रोका जा सके। उन्होंने यह भी मिट्टी का कटाव रोकने के लिए एक प्राकृतिक माध्यम हैं पर्यावरण प्रदूषण की तरह, वायु प्रदूषण, मिट्टी प्रदूषण आदि और पेड़ की जाँच में मदद करते हैं। वे अमेरिका में सांस लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने के लिए ऑक्सीजन देते हैं। तो, हम वनीकरण को बढ़ावा देना चाहिए। लकड़ी के पेड़ हमें दे कि सबसे अधिक मूल्यवान उत्पाद है। हम कई मायनों में लकड़ी का उपयोग करें। लकड़ी ईंधन और जलाऊ लकड़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। लकड़ी के फर्नीचर बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। पेड़ औषधीय जड़ी बूटियों, बेल और कई उद्योगों के लिए कच्चे माल के अच्छे स्रोत हैं। हम पेड़ से आदि रेजिन, प्राकृतिक मसूड़ों, मिलता है। पेड़ मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने में मदद करते हैं। वे पारिस्थितिकी संतुलन को बनाए रखने के लिए। वे पर्यावरण को साफ करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं पेड़ वे भी प्राकृतिक सौंदर्य को जोड़ने, जरूरी चीजों प्रदान करते हैं। दुर्भाग्य से, पेड़ अंधाधुंध कटौती की जा रही है। तेजी से औद्योगिकीकरण, शहरीकरण और जनसंख्या वृद्धि पेड़ों की हानि के लिए योगदान दिया है। इस तरह से हम अपने आप को बड़ा नुकसान किया है। तो, विश्व रोपण दिवस के अवसर पर हर साल में हम खुद के लिए कम से कम एक पेड़ पौधे वादा करना चाहिए। यह अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए समय की बड़ी जरूरत है। पेड़ मूल्यवान प्राकृतिक संसाधन हैं। हम उन्हें संरक्षण करना चाहिए। हम वनीकरण को बढ़ावा देना चाहिए। यह समाज के व्यापक हित के लिए अच्छा है।
vaishnavilahari:
nice
Answered by
5
वृक्ष धरती पर हमारे परम मित्र हैं। बिना वृक्षों के हम जी नहीं सकते । हम वृक्षों को थोड़ी सी जगह और थोड़ा सा पानी देते हैं। और वे हमें ज़िंदगी के साथ साथ और बहुत कुछ देते हैं ।
वृक्षों से हमें बहुत लाभ होते हैं। सब से पहले वृक्षों से हमें एक दम स्वच्छ और अच्छी हवा मिलती है। इस कारण से हम तंदुरुस्त रहते हैं। वृक्ष हमें धूप में छाया (परछाई) मिलती है। बहुत लोग गर्मी के मौसम में वृक्षों के नीचे बैठते हैं और सुख पाते हैं ।
पेड़ पौधों को देखने से हमें बहुत आनंद मिलता है। आँखों से हरा रंग देख ने से दिमाग एक दम " फ्रेश और फिट " हो जाता है। पेड़ों के जड़ जमीन के अंदर जाते हैं और जमीन को इकट्ठा पकड़ कर रखते हैं। पेड़ों के इस काम से जमीन और नीचे नहीं चली जाती है। पेड़ हमारे वातावरण ठंडक पहुँचाते है।
अगर पेड़ नहीं होते तो हम सोफा में नहीं बैठे होते, पलंग पर नहीं, जमीन पर सोते, और पढ़ने के लिये मेज (टेबल) भी नहीं होती। कितना मुश्किल है न , पेडो के बिना जीना।
हर दिन हम खाने में तरकारी और सब्जियां खाते हैं। वे सब वृक्षों से ही मिलते हैं। अगर वृक्ष नहीं होते तो हमें फूल कहाँ से मिलते ? फिर भगवान की पूजा और अलंकार नहीं कर सकते। औरतें अपनी बालों में फूल नहीं रख सकते। फूलों से सारा जहां खूब सूरत बन जाती है।
हर दिन हम तो आपिल , नारिंज , केला, अमरूद, कजूर, और क्या क्या नहीं खाते हैं। ये सब हमें भगवान ने पेड़ों के जरिये हमें दिया।
हमारा कर्तव्य और धर्म है कि पौधे और पेड़ उगाएँ , उन की सुरक्षा करें, और खुश रहें।
वृक्षों से हमें बहुत लाभ होते हैं। सब से पहले वृक्षों से हमें एक दम स्वच्छ और अच्छी हवा मिलती है। इस कारण से हम तंदुरुस्त रहते हैं। वृक्ष हमें धूप में छाया (परछाई) मिलती है। बहुत लोग गर्मी के मौसम में वृक्षों के नीचे बैठते हैं और सुख पाते हैं ।
पेड़ पौधों को देखने से हमें बहुत आनंद मिलता है। आँखों से हरा रंग देख ने से दिमाग एक दम " फ्रेश और फिट " हो जाता है। पेड़ों के जड़ जमीन के अंदर जाते हैं और जमीन को इकट्ठा पकड़ कर रखते हैं। पेड़ों के इस काम से जमीन और नीचे नहीं चली जाती है। पेड़ हमारे वातावरण ठंडक पहुँचाते है।
अगर पेड़ नहीं होते तो हम सोफा में नहीं बैठे होते, पलंग पर नहीं, जमीन पर सोते, और पढ़ने के लिये मेज (टेबल) भी नहीं होती। कितना मुश्किल है न , पेडो के बिना जीना।
हर दिन हम खाने में तरकारी और सब्जियां खाते हैं। वे सब वृक्षों से ही मिलते हैं। अगर वृक्ष नहीं होते तो हमें फूल कहाँ से मिलते ? फिर भगवान की पूजा और अलंकार नहीं कर सकते। औरतें अपनी बालों में फूल नहीं रख सकते। फूलों से सारा जहां खूब सूरत बन जाती है।
हर दिन हम तो आपिल , नारिंज , केला, अमरूद, कजूर, और क्या क्या नहीं खाते हैं। ये सब हमें भगवान ने पेड़ों के जरिये हमें दिया।
हमारा कर्तव्य और धर्म है कि पौधे और पेड़ उगाएँ , उन की सुरक्षा करें, और खुश रहें।
Similar questions