Hindi sahitya ko kitne bhagon Mein Banta gaya hai
Answers
Answer:
Hindi sahitya ko 4 bhagon main bata gya hai
Explanation:
आदिकाल
रीतिकाल ( राम भक्ति धारा, कृष्ण भक्ति धारा)
छायावादी काल
आधुनिक काल
कालक्रम के अनुसार हिंदी साहित्य को चार भागों में बांटा गया है, जो इस प्रकार है...
आदिकाल या वीरगाथा काल (सन् 1000 से 1325 तक का काल)
पूर्व मध्यकाल या भक्तिकाल (सन् 1325 से 1650 के बीच का काल)
उत्तर मध्यकाल या रीतिकाल (सन् 1650 से 1850 तक का काल)
आधुनिक काल (1850 से वर्तमान इस काल)
आदिकाल — इस काल में वीर रस से संबंधित साहित्य की रचना प्रमुखता से होती थी। कवि लोग अपने आश्रयदाता राजा की प्रशंसा में और उसकी वीरता का बखान करने वाले साहित्य की रचना करते थे। वह राजाओं की वीरता का बखान बढ़-चढ़कर करते थे।
पूर्व मध्यकाल — इस काल में भक्ति रस की धारा प्रबल रूप से बह चली थी। निर्गुण भक्ति और सगुण भक्ति दोनों तरह से संबंधित काव्य की रचना इस काल में ही हुई थी। अनेक तरह के संत कवियों ने भक्ति रस से ओतप्रोत साहित्य की रचना इसी काल में की।
उत्तर मध्यकाल — इस काल में श्रंगार रस से संबंधित साहित्य की रचना अधिक हुई। इस समय समाज में विलासिता और आडंबर ने अपना अधिकार जमा लिया था और लोगों की सोच में विकृतता आ गई थी। इस काल में शृंगार रस से संबंधित साहित्य की रचना तो हुई ही इसके साथ ही उस में अश्लीलता की प्रधानता भी आ गई थी।
आधुनिक काल — इस काल को हिंदी साहित्य के संदर्भ में सर्वश्रेष्ठ काल माना जाता है। क्योंकि इस काल में हिंदी भाषा ने अपना पूर्ण विकसित रूप ले लिया था। हिंदी आंचलिक बोलियों से ऊपर उठकर खड़ी बोली के विकसित रूप में अपना एक मानक रूप धारण कर चुकी थी।