Hindi speech on famous personality
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सन 2003 में बनी फिल्म मुन्ना भाई एम बी बी एस उनकी बतौर अभिनेता अंतिम फिल्म थी. इस फिल्म में उन्होंने अपने ही पुत्र संजय दत्त के पिता की भूमिका निभाई थी. पद्मश्री सहित कई सम्मानों से नवाजा गया. 2005 में उनको हिंदी cinema का सबसे बड़े पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सुनील दत्त एक कुशल सामाजिक कार्यकर्ता भी थे. महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें 1975 में जस्टिस ऑफ़ पीस और 1981 में शैरिफ बनाया. 1962 में चीन से युद्ध के दौरान उन्होंने एक लाख का चंदा राष्ट्रीय सुरक्षा कोष में दिया.
मनिला | 31 अगस्त 1994
“मी. अध्यक्ष, मिसेस मेगसेसे, ट्रस्टी, लेडीज एंड जेंटलमेन :
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सफलता पर अनमोल विचार |
प्रेसिडेंट बराक ओबामा का भाषण |
किरण बेदी का प्रेरणादायक भाषण |
भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने रमण मेगसेसे अवार्ड लेते समय के शानदार भाषण दिया था –Kiran Bedi Speech : “रमण मेगसेसे अवार्ड स्वीकारते समय किरण बेदी का भाषण”
Kiran Bedi Speech
मनिला | 31 अगस्त 1994
“मी. अध्यक्ष, मिसेस मेगसेसे, ट्रस्टी, लेडीज एंड जेंटलमेन :
किरण बेदी का भाषण – Inspirational Kiran Bedi Speech In Hindi
साल पहले जब मैंने भारतीय पुलिस सर्विस में शामिल होने का निर्णय लिया था, जब मुझे लगा की ऐसा करने के लिये बहुत ताकत की जरुरत होती है, ऐसे ताकत जिससे चीजो को सही किया जा सकता है।” मेरा यही मानना है की किसी भी देश की पुलिस वहाँ के नागरिको के हक्को की सबसे बड़ी रक्षक है।
रमण मेगसेसे अवार्ड ने मेरी जिंदगी में दो चमत्कारिक घटनाये घटित की है, :
प्रतिकार करने की ताकत – जुर्म निरोधको को कम महत्त्व दिया जाता है और पुलिस वाली जगहों को छोड़ दिया जाता है। यदि किसी चीज को महत्त्व दिया जाता है तो वह है खोज और कब्जे पर और ना ही अपराध और शांतिभंग को महत्त्व दिया जाता है।
लोगो के साथ पुलिस की ताकत – पुलिस लोगो के लिये है, इसीलिए लोगो को भी पुलिस का साथ देना चाहिये। यदि किसी भी तरह से ऐसा हो गया तो पुरे पुलिस सिस्टम में पारदर्शकता और गतिशीलता आएँगी। ऐसे बाते जो पुलिस नही खोज पाती कई बार उसे उनके बाहरी सहकर्मी भी ढूंड लेते है।
एक टीम की ताकत – यदि सरकार और पुलिस बेहतर परिणाम लाना चाहते है तो सबसे पहले उन्हें एक टीम बनानी होंगी और उन्हें नेतृत्व, प्रतिनिधि मंडल, सहायता, उनके कार्यो में किसी के अ-दखल और ट्रेनिंग देनी चाहिये। व्यक्तिगत रूप से हम इतनी सफलता नही पा सकते जितनी सफलता एक टीम बनाकर पा सकते है। यह पुलिस सिस्टम को सुरक्षित ही नही रखेगी बल्कि सुरक्षितता का निर्माण भी करेंगी।
यह अवार्ड मुझे अपने कार्यो को मजबूत बनाने और विकसित करने के लिये दिया गया है। इसके लिये मैंने एक संस्था में रजिस्टर किया है जिसका नाम है इंडिया विज़न, और इसी विज़न में आज भी मै अपनी साँसे ले रही हूँ। अब आगे मुझे जेल सुधार, ड्रग्स के दुरूपयोग को रोकना, महिलाओ को शिक्षित करना, मानसिक असंतुलन को दूर भगाना और खेल विकास के क्षेत्र में काम करना है। मुझे इन क्षेत्रो में तुम्हारी सहायता की जरुरत है।
मै पूरी कृतज्ञता के साथ मेगसेसे अवार्ड को स्वीकारती हूँ। मेरी टीम की तरफ से, मेरे परिवार की तरफ से और मेरी तरफ से मै आप सभी का शुक्रियादा करना चाहूंगी।