Hindi, asked by lilgirl2007, 1 year ago

hindi speech on vidyarthi ke jevan main khel ka mahatva​

Answers

Answered by avinishkashyap15
3

खेलकूद का महत्व

क्रीडा एक स्वाभाविक प्रक्रिया है .मर्गो की कुलांचें ,वानरों की उछलकूद कुत्तों की किलोलें यदि क्रीडा के ही विभिन्न रूप नहीं तो क्या है. वायु में हिलती हुई कोमल कलियाँ भी क्रीडा करती हुई सी प्रतीत होती है .वे वस्तुत खेलते -खेलते ही खिलती है.

चिड़ियाघर अथवा सर्कस के कठघरों में केद सिंहों ,व्यघ्रों आदि के लिए भरपेट भोजन और भरपेट विश्राम मिलता है. किन्तु वे दुर्बल और निस्तेज से दिखते है. ऐसा क्यों उन्हें जंगल में घूमने वाले पशुओं के समान उछल -कूद की सुविधा जो नहीं मिलती.

स्वास्थ्य और खेलकूद

खेलकूद का स्वास्थ्य से सीधा सम्बन्ध है .खेलते समय हम श्वास के द्वारा ऑक्सीजन अधिक ग्रहण करते है .इससे रक्त की शुद्धी होती है .खेल के समय पसीने के माध्यम से शरीर के दूषित तत्व बाहर निकल जाते है

.खेलने से पाचन -शक्ति तीव्र होती है और भूख अच्छी लगती है शरीर सदेव हल्का और फुर्तीला रहने के कारण हर समय आनद का अनुभव होता है .

शिक्षा और खेलकूद से एक कहावत है -

स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है. शिक्षा केवल पढ़ने लिखने को नही, अपितु व्यक्ति के बहुमुखी विकास को कहते है. भला शरीर के विकास की उपेक्षा करके इस लक्ष्य की प्राप्ति कैसे हो सकती है?

खेल मनोरंजन का ही एक साधन है, खेलकूद अध्ययन से थके हुए मस्तिष्क को विश्राम देते है. अब तो कुछ विषयों की शिक्षा खेलों के माध्यम से दी जाने लगी है.

खेलों के लाभ

खेल हमे अनुशासन की व्यवहारिक शिक्षा देते है. खेलकूद हमे आपसी प्रेम और भाईचारे की शिक्षा देते है, खेल में सभी खिलाड़ी प्रेम और सहयोग की भावना से खेलते है. वहां हार भी आनन्ददायक होती है और जीत भी, इसलिए खिलाड़ी न कभी हताश होता है और न ही अहंकारी.

आज सारे संसार में खेलों की धूम मची हुई है. युवा वर्ग के लिए खेलों के प्रति आकर्षण किसी दीवानगी से कम नही है. खेलकूद में भाग लेना या उनमे रूचि रखना बुरी बात नही है, किन्तु शिक्षा के मूल्य पर खेलों को महत्व देना बुद्दिमता नही कही जा सकती. अतः छात्रों को अध्ययन में बाधा न डालकर खेलों में अवश्य भाग लेना चाहिए.

PLEASE MARK ME AS BRAINLIEST

Similar questions