Hindu mua ram kahi, musalman khudai. kahae kabir so jivta jo duhu ke nikati na jai. 1) uprokt dohe ke madhyam se kabir kya samajhana chahte hai? 2) Hindu aur musalmano ki kathorta kisme prakat hoti hai?
Answers
इस दोहे के द्वारा कबीर दास जी हिन्दू और मुसलमानों के अंतर को बताते हुए कहते हैं कि हिन्दू लोग मृत्यु के समय राम का नाम लेते हैं और मुसलमान खुदा को पुकारते हैं। परन्तु दोनों अपने जीवन काल में भगवान को याद नहीं करते हैं। मृत्यु के समय दोनों भिन्न नामों से अपने भगवान को याद करते हैं। अर्थात दोनों एक ही भगवान को याद करते हैं। यदि वे अपने जीवन काल में इस सत्य को समझ लें तो उनके बीच के भेद भाव मिट जायेंगे।
हिन्दू और मुसलमान धर्म और भगवान के नाम पर एक दूसरे से अलग रहते हैं और लड़ते हैं। उस दयालु भगवान के लिए, जो सबके लिए समान है, लड़ना उचित नहीं है। यह धार्मिक भेद भाव हिन्दू और मुसलमानों की कठोरता प्रकट करता है।
Answer:
1) kvi ye samghana chahte h ki hindu muslman sirf apni mritu ke paas hi bhgwan ko yaad krte h apne jivan kaal mei nhi artharth hmei ishwar mei bhedbhav nhi jrna chahyie
2) hindu muslman ki kathorta yhan prkat hoti h jhan hindu ram kh kr pukarta h muslaman khuda kh kr
Explanation:
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