hospital me ek Ghanta in hindi
Answers
Answered by
277
अस्पताल जाने के लिए हमें किसी प्रकार का आनंद नहीं मिलता है यह उस पर एक निराशाजनक प्रभाव डालता है जो इसे देखता है अस्पताल बीमारों और पीड़ितों के लिए घर है पिछले रविवार, मैं स्थानीय सिविल अस्पताल का दौरा हुआ। मेरे दोस्त, सैंटोस एक दुर्घटना के साथ मिले थे। उन्हें सिर की चोट लग गई थी। उसके बाएं पैर भी टूट गए थे। मैंने पहले उसे दो बार दौरा किया था। लेकिन मेरी पहली दो यात्राओं संक्षिप्त थे इस बार, मैंने सभी वार्डों और कमरों को देखने का फैसला किया था इसलिए, अस्पताल के एक सामान्य दौर का था।
अस्पताल का मुख्य भवन साफ और साफ था कमरे हवादार थे और अच्छी तरह हवादार थे। मेरी बाईं ओर जांच कक्ष था एक महिला रिसेप्शनिस्ट वहां कर्तव्य पर था। इसके आस-पास एक छोटी चिकित्सा दुकान थी। फिर मैंने हताहत कमरे में देखा यहां आपातकाल के सभी मामलों में भाग लिया गया एक जवान आदमी को एक स्ट्रेचर पर लाया गया था। उसकी शर्ट और पैंट खून से ढंक रहे थे। वह एक दुर्घटना के साथ मिले थे
जैसा कि मैंने इमारत के दिल में प्रवेश किया, मैंने अपने बिस्तरों में पड़े कई लोग देखा यह सामान्य वार्ड था। सभी रोगी पीला और उदास लग रहे थे। मैं पीड़ित रोगियों को देखने के लिए दुखी था बड़े करीने से कपड़े पहने नर्स और डॉक्टर अपना काम कर रहे थे हर जगह चुप्पी और उदास था अस्पताल ने एक उदासीन दृष्टि प्रस्तुत की जैसा कि मैं अस्पताल से बाहर आया मैंने राहत का उच्छ्वास उठाया
अस्पताल का मुख्य भवन साफ और साफ था कमरे हवादार थे और अच्छी तरह हवादार थे। मेरी बाईं ओर जांच कक्ष था एक महिला रिसेप्शनिस्ट वहां कर्तव्य पर था। इसके आस-पास एक छोटी चिकित्सा दुकान थी। फिर मैंने हताहत कमरे में देखा यहां आपातकाल के सभी मामलों में भाग लिया गया एक जवान आदमी को एक स्ट्रेचर पर लाया गया था। उसकी शर्ट और पैंट खून से ढंक रहे थे। वह एक दुर्घटना के साथ मिले थे
जैसा कि मैंने इमारत के दिल में प्रवेश किया, मैंने अपने बिस्तरों में पड़े कई लोग देखा यह सामान्य वार्ड था। सभी रोगी पीला और उदास लग रहे थे। मैं पीड़ित रोगियों को देखने के लिए दुखी था बड़े करीने से कपड़े पहने नर्स और डॉक्टर अपना काम कर रहे थे हर जगह चुप्पी और उदास था अस्पताल ने एक उदासीन दृष्टि प्रस्तुत की जैसा कि मैं अस्पताल से बाहर आया मैंने राहत का उच्छ्वास उठाया
Answered by
257
जुलाई का महीना था। मेरे एक दोस्त का एक्सीडेंट हो गया था। उसे इमरजेंसी वार्ड से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया था। जब मैं स्कूल से लौटे तब मुझे उसके एक्सीडेंट के बारे में पता चला। मुझे लगा कि यह मेरा कर्तव्य है कि मैं अपने दोस्त का हाल चाल पूछूं अस्पताल जा कर।
इसलिए मैं उससे मिलने अस्पताल चला गया। अस्पताल में मिलने का समय शाम 4:00 बजे से 6:00 बजे तक का था। मैं अपने घर से 4:00 बजे हॉस्पिटल के लिए निकला। मैं 4:30 बजे तक हॉस्पिटल पहुंच गया था। अस्पताल में काफी लोग मरीजों से मिलने आए हुए थे। वह लोग काफी चिंता मे लग रहे थे। मैं सीधे जनरल रोड की तरफ चला गया। मेरे दोस्त की हालत पहले से काफी बेहतर थी। उसके हाथ और मुंह में चोटें आई हुई थी। मैंने उसे सांत्वना दी कि तुम जल्दी से ठीक हो जाओगे।
मैंने सोचा की हॉस्पिटल का एक पूरा चक्कर लगा कर आता हूं। अस्पताल की बिल्डिंग काफी बड़ी थी। अस्पताल में काफी प्राइवेट और जनरल वार्ड थे। सारी वार्ड बहुत साफ सुथरे थे। सारे कमरों के पंखे चल रहे थे और मरीज पलंग पर लेटे हुए थे। कुछ मरीज सो रहे थे कुछ मरीज बैठे हुए थे कुछ मरीज दर्द से कराह रहे थे। कुछ मरीजों का ऑपरेशन हुआ हुआ था तो उनके रिश्तेदार उनके पास बैठे हुए थे। कुछ मरीजों की दशा बहुत खराब थी। डॉक्टर और नर्सेज अपना काम करने में व्यस्त थे। वह पूरी कोशिश कर रहे थे कि हर मरीज को उचित इलाज मिले। 1 वार्ड से रोने और चिल्लाने की आवाज आ रही थी उस वार्ड के मरीज की मृत्यु हो गई थी। मुझे इस बात से बहुत दुख हुआ। अस्पताल में एक दवाई की दुकान भी थी। अस्पताल में बहुत प्रकार के डिपार्टमेंट्स थे। इस अस्पताल में हर प्रकार का इलाज संभव था। अस्पताल में हर बीमारी के लिए अलग डॉक्टर था।
मैं एक घंटा अस्पताल में व्यतीत करने के बाद अपने घर लौट गया। हॉस्पिटल का वातावरण देखकर मुझे बहुत दुख हुआ।
==================================================================
Hope this will help you....
इसलिए मैं उससे मिलने अस्पताल चला गया। अस्पताल में मिलने का समय शाम 4:00 बजे से 6:00 बजे तक का था। मैं अपने घर से 4:00 बजे हॉस्पिटल के लिए निकला। मैं 4:30 बजे तक हॉस्पिटल पहुंच गया था। अस्पताल में काफी लोग मरीजों से मिलने आए हुए थे। वह लोग काफी चिंता मे लग रहे थे। मैं सीधे जनरल रोड की तरफ चला गया। मेरे दोस्त की हालत पहले से काफी बेहतर थी। उसके हाथ और मुंह में चोटें आई हुई थी। मैंने उसे सांत्वना दी कि तुम जल्दी से ठीक हो जाओगे।
मैंने सोचा की हॉस्पिटल का एक पूरा चक्कर लगा कर आता हूं। अस्पताल की बिल्डिंग काफी बड़ी थी। अस्पताल में काफी प्राइवेट और जनरल वार्ड थे। सारी वार्ड बहुत साफ सुथरे थे। सारे कमरों के पंखे चल रहे थे और मरीज पलंग पर लेटे हुए थे। कुछ मरीज सो रहे थे कुछ मरीज बैठे हुए थे कुछ मरीज दर्द से कराह रहे थे। कुछ मरीजों का ऑपरेशन हुआ हुआ था तो उनके रिश्तेदार उनके पास बैठे हुए थे। कुछ मरीजों की दशा बहुत खराब थी। डॉक्टर और नर्सेज अपना काम करने में व्यस्त थे। वह पूरी कोशिश कर रहे थे कि हर मरीज को उचित इलाज मिले। 1 वार्ड से रोने और चिल्लाने की आवाज आ रही थी उस वार्ड के मरीज की मृत्यु हो गई थी। मुझे इस बात से बहुत दुख हुआ। अस्पताल में एक दवाई की दुकान भी थी। अस्पताल में बहुत प्रकार के डिपार्टमेंट्स थे। इस अस्पताल में हर प्रकार का इलाज संभव था। अस्पताल में हर बीमारी के लिए अलग डॉक्टर था।
मैं एक घंटा अस्पताल में व्यतीत करने के बाद अपने घर लौट गया। हॉस्पिटल का वातावरण देखकर मुझे बहुत दुख हुआ।
==================================================================
Hope this will help you....
Similar questions