English, asked by Praveenmohan676, 11 months ago

How, according to Vivekananda, does the world owe an immense debt to
India?
विवेकानन्द के अनुसार यह विश्व, भारत का अत्यधिक ऋणी क्यों है?

Answers

Answered by RvChaudharY50
5

\huge{\boxed{\mathtt{\red{ANSWER}}}}

According to Vivekananda the world owes an immense debt to India. Here activity prevailed when even Greece did not exist, when Rome was not thought of, when the very fathers of the modern Europeans lived in the forests and painted themselves blue. Even earlier when history has no record. Ideas have marched out from India. Every word has blessing and peace.

विवेकानन्द के अनुसार, यह विश्व, भारत का अत्यधिक ऋणी है। यहाँ गतिविधियाँ तब भी जारी थीं जब ग्रीस अस्तित्व में भी नहीं था, जब रोम के बारे में तो सोचा भी नहीं गया था, जब आधुनिक यूरोपवासियों के पिता जंगलों में रहते थे तथा स्वयं को नीला पोत लेते थे। इससे भी पहले, जब इतिहास था ही नहीं। विचार, भारत से ही बाहर निकले हैं। प्रत्येक शब्द में आशीर्वाद व शांति है।

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