How green house linked with global warming? In hindi?
Answers
Answered by
2
ग्रीनहाउस प्रभाव एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें पृथ्वी की सतह और वायुमंडल वातावरण में मौजूद सूर्य की रेडिएशन, कणों और गैसों की जटिलताओं से गर्म होती है। सूरज की गर्मी का एक हिस्सा अंतरिक्ष में वापस चला जाता है लेकिन ग्रीनहाउस गैसों द्वारा गठित परत के कारण इनमें से किरणों का कुछ हिस्सा वापिस नहीं जा पाता और वही हिस्सा गर्मी के शेष भाग को अवशोषित कर लेता है। वायुमंडल में पाई जाने वाली ग्रीनहाउस गैसें एक मोटा सर्कल बनाती हैं जिसके परिणामस्वरूप सूरज की गर्मी अंतरिक्ष में वापस नहीं जाती और पृथ्वी पर तापमान बढ़ जाता है।
पृथ्वी के बढ़ते तापमान ने ग्लोबल वार्मिंग की घटना को जन्म दिया है। इसने दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन में अभूतपूर्व अंतर पैदा किया है। इसने तटीय स्थानों और द्वीपों के अस्तित्व के लिए ख़तरा उत्पन्न कर दिया है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण पीने और सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता भी प्रभावित हो सकती है। यदि रेगिस्तान में बाढ़ आ सकती है तो घने वर्षा वाले क्षेत्रों में भी सूखा पड़ सकता है। बर्फ के क्षेत्र के ग्लेशियर बढ़ते तापमान के साथ पिघल रहे हैं। इसके अलावा सिंचाई पर आधारित भारत जैसे विकासशील देशों में फसलों के चक्र में बदलाव का खतरा है।
ग्लोबल वार्मिंग के असर के मद्देनजर दुनिया के कई देशों ने यूएन के तहत ग्रीनहाउस गैसों के संचरण को कम करने की दिशा में एक संधि पर हस्ताक्षर किए हैं जिसे U.N. फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) कहा गया है।
hope it help
mark as brainliest
पृथ्वी के बढ़ते तापमान ने ग्लोबल वार्मिंग की घटना को जन्म दिया है। इसने दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन में अभूतपूर्व अंतर पैदा किया है। इसने तटीय स्थानों और द्वीपों के अस्तित्व के लिए ख़तरा उत्पन्न कर दिया है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण पीने और सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता भी प्रभावित हो सकती है। यदि रेगिस्तान में बाढ़ आ सकती है तो घने वर्षा वाले क्षेत्रों में भी सूखा पड़ सकता है। बर्फ के क्षेत्र के ग्लेशियर बढ़ते तापमान के साथ पिघल रहे हैं। इसके अलावा सिंचाई पर आधारित भारत जैसे विकासशील देशों में फसलों के चक्र में बदलाव का खतरा है।
ग्लोबल वार्मिंग के असर के मद्देनजर दुनिया के कई देशों ने यूएन के तहत ग्रीनहाउस गैसों के संचरण को कम करने की दिशा में एक संधि पर हस्ताक्षर किए हैं जिसे U.N. फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) कहा गया है।
hope it help
mark as brainliest
Similar questions