How i spent my durga puja holidays in hindi
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Aap aapne holiday mein durga puja pr eassy likh kr unka picture ban kr. Aap holiday ke mele ghume h. Jo Jo aap kiye h uspe likhe
दुर्गा पूजा पर बिताई गई छुट्टियों पर अनुच्छेद
दुर्गा पूजा का उत्सव 10 दिनों का आता है। हमारे स्कूल में दुर्गा पूजा और दशहरे की 5 दिनों की छुट्टियां पड़ती थीं। इस बार छुट्टियां पड़ीं तो मैं और मेरे माता पिता और छोटी बहन कोलकाता मे हमारी नाना-नानी के घर चले गए।
कोलकाता में दुर्गा पूजा का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। जैसे मुंबई में गणपति का उत्सव होता है। जब हम वहाँ पहुंचे तो उस दिन दुर्गा पूजा का पांचवा दिन था, हम लोगों ने देखा कि वहां जगह जगह दुर्गा पूजा के पंडाल लगे हुए थे और दुर्गा पूजा की धूम मची हुई थी। पूरा शहर माँ दुर्गा के मूर्तियों वाले पंडालों से पटा पड़ा था।
हम लोगों ने पहले दिन वह सारे पंडालों में दुर्गा माँ के दर्शन किए और पूजा अर्चना की।
हर पंडाल में अलग-अलग तरह की झांकियां थी, जो मन को मोह लेने वाली थीं। हर जगह लगे पंडाल इतनी सारे थे कि एक दिन में घूम पाना संभव नहीं था। अगले दिन भी हम लोगों ने अलग-अलग पंडालों में माँ दुर्गा के दर्शन किए और झांकियां देखीं। तीसरे हम लोग कोलकाता के ऐतिहासिक जगहों पर घूमने गए। चौथे दिन दुर्गा पूजा का अंतिम दिन था और हम लोगों ने माँ दुर्गा के विसर्जन का जुलूस देखने का निर्णय किया। हम लोग तैयार होकर घर से निकल गए ।दोपहर से मूर्ति विसर्जन के जुलूस का आगमन शुरू हो गया था और नगर में जगह-जगह रंग-बिरंगी झांकियों वाले जुलूस निकल रहे थे। जिधर देखो उधर लोग माँ दुर्गा की मूर्ति को विसर्जन हेतु ले जा रहे थे। हम लोगों ने वहां पर खूब मस्ती की और देवी के भक्ति वाले गानों पर नृत्य भी किया। जुलूस और मूर्ति विसर्जन का कार्य देर रात तक चलता रहा। हम लोग घूम-घूम कर थक गए। आखिर में हम लोग बहुत देर से अपने घर पहुंचे। अगले दिन तो दशहरा था और हमें अपने घर के लिए वापस निकलना भी था। हम लोगों हम लोगों की दोपहर की दिल्ली की फ्लाइट थी। हम लोग शाम तक अपने घर दिल्ली पहुंच गए। दिल्ली में दशहरा बड़ा धूमधाम से मनाया जाता है। हम लोगों ने शाम को दिल्ली में दशहरे का भी आनंद लिया। इस तरह मेरी दुर्गा पूजा और दशहरे की छुट्टिया पूरी हुईं। फिर अगले दिन से मेरा स्कूल शुरू होना गया।
एक विद्यार्थी
अभिषेक बनर्जी