how to do vibhakti prayog in sanskrit?
Answers
Answered by
1
Answer:
किसी शब्द के अर्थ, लिङ्ग एवं परिमाण को प्रकट करने के लिए प्रथमा विभक्ति का प्रयोग होता है। यथा— मोहन:, पुरुषः, लघु:, लता • इति के योग में प्रथमा विभक्ति होती है। यथा— वयम् इमं कालिदास इति नाम्ना जानीम:। द्वितीया विभक्ति • वाक्य में कर्ता के सर्वाधिक अभीष्ट अर्थात् कर्म में द्वितीया विभक्ति लगती है।
Answered by
0
Answer:
किसी शब्द के अर्थ, लिङ्ग एवं परिमाण को प्रकट करने के लिए प्रथमा विभक्ति का प्रयोग होता है। यथा— मोहन:, पुरुषः, लघु:, लता • इति के योग में प्रथमा विभक्ति होती है। यथा— वयम् इमं कालिदास इति नाम्ना जानीम:। द्वितीया विभक्ति • वाक्य में कर्ता के सर्वाधिक अभीष्ट अर्थात् कर्म में द्वितीया विभक्ति लगती है।
Explanation:
Similar questions
Hindi,
3 hours ago
Computer Science,
3 hours ago
Math,
6 hours ago
Sociology,
6 hours ago
Math,
8 months ago