How to write essay on jeev jantu sanrakhashan in hindi
Answers
जीव जन्तुओं का संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है। इसलिए हमें जीव जन्तुओं को आश्रय देना चाहिए। हम पशु पक्षियों को अपने घर में रखते हैं तो उन्हें रहने के लिए एक घर मिल जाता है। उन्हें सब जगह भटकना नहीं पड़ता है। उन्हें वर्षा में कष्ट नहीं उठाना पड़ता है। अन्य पशुओं का शिकार बनने का भय भी नहीं होता है। हम उनकी प्रेम से देखभाल करते हैं। उन्हें अच्छा खाना खाने के लिए देते हैं। इस प्रकार हम लोग पशु पक्षियों को पाल कर उन्हें एक सुखी जीवन देते हैं।
परन्तु पशु पक्षियों को प्रकृति में स्वतन्त्र रहने के लिए बनाया गया है। उन्हें जीवन की सब सुविधायें प्रकृति से उपलब्ध होती हैं। उनको घर में बंद करके हम उनकी स्वतंत्रता को समाप्त कर देते हैं। उन्हें बंदी बनकर रहना पड़ता है। अपने स्वार्थ और खुशी के लिए हम उनकी खुशी का ध्यान नहीं रखते हैं। इसलिए उन्हें प्यार से सब सुविधायें और कुछ हद तक की स्वतंत्रता देकर पालना चाहिए नहीं तो उन्हें अपने प्राकृतिक स्थान पर रहने देना चाहिए। उनका शिकार नहीं करना चाहिए।
Explanation:
प्रस्तावना: जीव-जंतु मानव जाती के लिए सदैव से ही उपकारी है। और वो हमेशा ही मनुष्य को किसी न किसी प्रकार से सुख सुविधा प्रदान करता है। हमारी धरती पर लगभग जीव जंतु की 87 लाख प्रजातिया है। और तो और कुछ की पह्चान होना अभी भी बाकि है और कुछ लुप्त होती जा रही है। और जो है उनमे से पालतू जीव हमारे लिए बोहोत अधिक महत्व रखते है। पी.एल.ओ.एस.बायोलॉजी में ही छपे एक लेख में रॉयल सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष लॉर्ड राबर्ट में लिखते है ,” मानवता का अपने प्रति प्यार तो देखिये की हम यह बता सकते है। की अमरीकी कांग्रेस की लाइब्रेरी में एक फरवरी 2011 के दिन ,22,194.656 किताबे है लेकिन ये निश्चित रूप से नहीं कह सकते की दुनिया में कितने प्रकार के जीव जंतु है। ”
इस प्रकार आप समझ सकते है। की धरती पर इन जीव – जंतु में सभी जीव – जन्तु अपने जीवन को अपनी प्रकार से जीवन व्यतीत करते है।
हमारा जीवन और जीव जंतु का जीवन एक प्रतिरक्षण चक्र हैं
पृथ्वी पोधो का पोषण करती है और पौधे, कीटो, पक्षियो तथा जंगली पशुओ को पोषित करते है। दूसरी और मृत पशु गिद्ध का भोजन बनते है। मृत गिद्ध पृथ्वी में समाकर कीटो का भोजन बनती है और जो मृत कीड़े मकोड़े होते है। वो पोधो का खाद ( भोजन )बन जाते है और वृक्ष अपनी आयु पूरी करके फिर से उसी पृथ्वी में समा जाते है। इस प्रकार मनुष्य इन सब वस्तुओ को अपने काम में लाता है और वो एक दिन स्वम इसमें लीन हो जाता है अन्तः इन्ही का शिकार बनता है अतः ए जीवन का एक एसा चक्र है जिसमे सभी अपनी – अपनी भूमिका अदा करते है और इसे ये स्पस्ट हो जाता है .की ये एक दूसरे केए प्रत्न है जीवन का ये प्रतिरक्षण चक्र हमारे जीवन के लिए आवशयक भी है क्युकी मनुष्य और जिव जंतु एक दूसरे पर बहुत अधिक निर्भर है और इस चक्र में अपना – अपना योगदान देते है और ये जीवन प्रतिरक्षरण चक्र चलता रहता है।
हमारे जीवन में बहुत अधिक मत्वपूर्ण योगदान देने वाले कुछ पालतू पशुओं के नाम इस प्रकार है।
घोड़े, खच्चर, ऊठ, भेड़, बैल, गाय, मधुमक्खी, मछली, मेमने, कुत्ते, बिल्ली, खरगोश, इस प्रकार इन पालतू पशुओ को हम पालकर हमारा जीवन यापन करते है। इस प्रकार इन पालतू पशुओ की गिनती करे तो शायद कमी पड़ जाए क्युकी अभी भी ऐसे पालतू पशु और भी है जिनका जिक्र हमने इसमें नहीं करा जो मनुष्य के जीवन में बहुत महतपूर्ण योगदान प्रदान करते है।