Need a hindi speech on manushya ishwar ki adbhut kriti
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संत श्री आसारामजी अमृतवाणी
२६ फरवरी २०१०
मुंबई
सत्संग के मुख्य अंश :
* परमात्मा सबमे अनुश्युत है ….
* पुरानी बाते याद करके दुखी नहीं होना चाहिए …….
* ” तेन त्यक्तेन भुन्जिता ” …. कितना भी पकड़ के रखो सब छुट रहा है ……
* “ईशावाश्य मिदं सर्वंम ”
* ईश्वर की कृपा की प्रतीक्षा नहीं समीक्षा करो ….
*रोज भगवान का ध्यान करना ….हरी हरी ऊओम मम्म्म हरीईईई ऊऊम ऐसा १० मिनट करना ६ महीने में तो आप कही …पहुच जाओगे ….
२६ फरवरी २०१०
मुंबई
सत्संग के मुख्य अंश :
* परमात्मा सबमे अनुश्युत है ….
* पुरानी बाते याद करके दुखी नहीं होना चाहिए …….
* ” तेन त्यक्तेन भुन्जिता ” …. कितना भी पकड़ के रखो सब छुट रहा है ……
* “ईशावाश्य मिदं सर्वंम ”
* ईश्वर की कृपा की प्रतीक्षा नहीं समीक्षा करो ….
*रोज भगवान का ध्यान करना ….हरी हरी ऊओम मम्म्म हरीईईई ऊऊम ऐसा १० मिनट करना ६ महीने में तो आप कही …पहुच जाओगे ….
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