How to write prasang lekhan out of sandarbh
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Mansi Gokhale
Answered Nov 30, 2016
SANDARBH (संदर्भ) Meaning in Hindi
बनावट
रचना
पुस्तक लेआदि में वर्णित प्रसंग, विषय जिसका विचार या उल्लेहो कान्टेक्स्ट?
किसी गूढ विषय पर लिखा हुआ कोई विवेचनात्मक ग्रन्थ।
किसी ग्रन्थ में लिखा हुआ वह पाठ जिसके आधार पर पूर्वापर के विचार से संगति बैठकर उसका अर्थ लगाया जाता है कान्टेक्स्ट?
एक ग्रंथ में आयी हुई ऐसी बातें जिसका उपयोग लोग अपनी जानकारी बढ़ाने के लिये या संदेह दूर करने के लिए करते हैं।
संदर्भ ग्रन्थ।
भिन्न भिन्न तत्वों या वस्तुओं को मिलाकर कोई नया और उपयोगी रूप देना।
PRASANG (प्रसंग) Meaning in Hindi
लगाव
अनुराग
आसक्ति
मैथन
संभोग
विवेचन विषय अथवा बातचीत का वह पहलेवाला अंश जिसके संबंध में अब कुछ और कहा जा रहा हो।
कानटेक्ट प्रकरण।
हेतु
फैलाव
संबंध
PRASANG Sentence, Example and Usage
To better understand the meaning of PRASANG (प्रसंग), certain examples of its usage in Hindi are presented.
- प्रसंग शब्द का उपयोग प्रेमचंद ने अपनी कहानी निर्मला में इस प्रकार किया है.
"घर के किसी प्राणी, किसी वस्तु, किसी प्रसंग से उसे प्रयोजन न था।"
- प्रसंग शब्द का उपयोग प्रेमचंद ने अपनी कहानी बेटोंवाली विधवा में इस प्रकार किया है.
"किसी व्यर्थ चरित्र अथवा निरर्थक घटना और प्रसंग के लिये कहानी में स्थान ही नहीं है।"
- प्रसंग शब्द का उपयोग वीरेन्द्र सिंह यादव ने अपनी कहानी स्वरूप एवं आन्दोलन में इस प्रकार किया है.
Usage of "PRASANG (प्रसंग)": Examples from famous English Poetry
"सीमित प्रसंग-गर्भत्व।" प्रसंग" शब्द का उपयोग महेंद्र भटनागर ने अपनी कविता नई चेतना. में इस प्रकार किया है.
Examples and usage of PRASANG (प्रसंग) in prose and poetry
Examples from famous Hindi prose on the use of the word PRASANG(प्रसंग) वाक्यांश का उपयोग आलेख/ गद्य में
"उस दिन से वह रोज अपनी जवांमर्दी का कोई-न-कोई प्रसंग अवश्य छेड़ देते।"
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निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित और प्रसंग
अगर धीरे चलो
वह तुम्हें छू लेगी
दौड़ो तो छूट जाएगी नदी
अगर ले लो साथ
वह चलती चली जाएगी कहीं भी
यहाँ तक-कि कबाड़ी की दुकान तक भी ।
सन्दर्भ- प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक हिन्दी के काव्य-खण्ड में नदी शीर्षक कविता से ली गई है| यह पंक्तियाँ श्री केदारनाथ सिंह जी द्वारा लिखी गई है|
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियों में कवि कहता है की नदी का हमारे जीवन में बहुत महत्व है| यह जीवन में बहुत महत्व है| यह जीवन में प्रत्येक क्षण हमारा साथ देती है| हमें हमेशा आगे की ओर बढ़ना सिखाती है|
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निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए और उसका काव्यगत-सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए—
अगर धीरे चलो
वह तुम्हें छू लेगी
दौड़ो तो छूट जाएगी नदी
अगर ले लो साथ
वह चलती चली जाएगी कहीं भी
यहाँ तक-कि कबाड़ी की दुकान तक भी|