I don't need the whole story, just 4-5 lines as a rough idea. I will develop it myself. शिक्षा:-
बार बार कोई झूठ बोलने से वह सच के समां लगने लगता है। अतः दिमाग से काम लेना चाहिये और स्वयं पर विश्वास रखणा चाहिये।
Best answer will be marked as brainliest, spammers will be reported.
Answers
Answer:
हिटलर के प्रचार मंत्री जोसेफ़ गोयबल्स की एक बात बड़ी मशहूर है. गोयबल्स ने कहा था कि किसी झूठ को इतनी बार कहो कि वो सच बन जाए और सब उस पर यक़ीन करने लगें.
आप ने भी अपने आस-पास ऐसे लोगों को देखा होगा, जो बहुत ही सफ़ाई से झूठ बोल लेते हैं. वे अपना झूठ इतने यक़ीन से पेश करते हैं कि वह सच लगने लगता है. हमें लगता है इंसान इतने भरोसे से कह रहा है, तो बात सच ही होगी.
हमारे इस ख़याल को मनोवैज्ञानिक सही नहीं मानते. वे इसे सच का भ्रम मानते हैं. इसे साबित करने के लिए रिसर्चर्स ने एक प्रयोग किया.
इस प्रयोग में जो लोग शामिल हुए उनमें से कुछ ने सच के समानांतर एक और बात को सही माना जो सच नहीं थी. यह कहा जाए कि बेर एक तरह के सूखे हुए आलू बुखारे हैं. यह बात कई बार सच भी हो सकती है.
विज्ञापन
लेकिन अगर यह कहा जाए कि एक खजूर सूखा हुआ आलू बुखारा है तो यह सच नहीं हो सकता. क्योंकि खजूर कभी सूखा हुआ आलू बुखारा हो ही नहीं सकता. लेकिन अगर इस बात को बार बार कहा जाए तो हो सकता है कि लोग इसे ही सच समझने लगें.
जो लोग एस प्रयोग में शामिल हुए थे, उनके साथ यही बाद बाद में फिर से दोहराया गया. लेकिन इस बार उन्हें कुछ चीज़ें नई दिखाई गईं. कुछ चीज़ें वही थीं जो पहले भी दिखाई जा चुकी थी. दिलचस्प बात यह थी कि जो चीजें पहले दिखाई गई थी, उन्हीं को इन प्रतिभागियों ने सही माना, इस बात कि परवाह किए बिना कि वो सच हैं भी या नहीं.
Explanation:
this is the answer for the question